आज यानी गुरुवार के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के भोपाल में आयोजित अखिल भारतीय जल सम्मेलन के दौरान सभी राज्यों के जल मंत्रियों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने जल संरक्षण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें कही .उन्होंने कहा कि जल मंत्रियों का पहला सम्मेलन अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है. पीएम ने कहा कि वॉटर सिक्योरिटी पर अभूतपूर्व काम किया जा रहा है. भारत ने जल सुरक्षा में बड़ी प्रगति की है. 2047 अगले 25 सालों की महत्वपूर्ण यात्रा का विजन है. 2047 की ओर हमारी जल दृष्टि अमृत काल में एक बड़ा योगदान होगा. देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने के लिए मिलकर काम हो रहा है. अब तक 25,000 अमृत सरोवर बन चुके हैं. पीएम ने कहा हमारी संवैधानिक व्यवस्था में पानी का विषय राज्यों के नियंत्रण में आता है. जल संरक्षण के लिए राज्यों के प्रयास देश के सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में बहुत आगे बढ़ेंगे. साथ ही पीएम मोदी ने ग्राम पंचायतो से अपील की, की वो जल जीवन मिशन का नेतृत्व करें .
उन्होंने कहा कि अकेले सरकार के प्रयासों से जल संरक्षण में सफलता नहीं मिल सकती, इसके लिए लोगों और नागरिक संगठनों की भागीदारी भी आवश्यक है.राज्यों में भी विभिन्न मंत्रालय है, जैसे जल सिंचाई. उसी प्रकार से शहरी विकास, आपदा प्रबंधन सबके बीच संवाद और क्लैरिटी होना बहुत जरूरी है. साथ ही पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समय – समय पर वाटर टेस्टिंग प्रणाली भी विकसित की जानी चाहिए. पानी की उपलब्धता के आधार पर ही प्रकृतिक खेती हो. कई जगह देखने में आया कि जहां प्रकृतिक खेती होती है वहां जल संरक्षण भी किया जा रहा है. पीएम मोदी ने आगे कहा, इंडस्ट्री और खेती – दोनों सेक्टर्स को ही पानी की कितनी जरूरत है होती है. हमें इन दोनों ही सेक्टर्स से जुड़े लोगों में विशेष अभियान चलाकर इन्हें वॉटर सिक्योरिटी के प्रति जागरूक करना चाहिए.
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सभी राज्यों में तेजी से काम हो रहा है. इसके अंतर्गत Per Crop More Crop अभियान की शुरुआत की गई थी.” उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए केंद्र ने अटल भूजल संरक्षण योजना को शुरू किया है. ये एक संवेदनशील अभियान है और इसे उतनी ही संवेदनशीलता से आगे बढ़ाने की जरूरत है. आपको बता दें, कि इस कार्यक्रम की जानकारी कल खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी थी. उन्होंने लिखा था कल, 5 जनवरी को प्रातः लगभग 9:45 बजे, मैं ‘वाटर विजन 2047’ विषय पर अखिल भारतीय जल मंत्रियों की बैठक में अपनी टिप्पणी साझा करूंगा.