Ajinkya Rahane : विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान कई महीनों के लंबे इंतजार के बाद अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया में वापसी की। आईपीएल में उनके प्रदर्शन को देखते हुए टीम इंडिया के सेलेक्शन कमेटी ने उन्हें टेस्ट टीम में रखा। WTC 2023 फाइनल में उन्होनें अच्छा किया था जिसके चलते उप-कप्तान के रूप में प्रमोट भी किया गया। हालांकि, वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में उनका बल्ला खामोश दिखा है। रहाणे पहले टेस्ट में बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे। वहीं, दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भारतीय उपकप्तान के खाते में सिर्फ 8 रन आए। भारत के पूर्व बल्लेबाज वसीम जाफर का मानना है कि रहाणे की बैटिंग में सबसे बड़ी कमजोरी निरंतरता की कमी है। जाफर के अनुसार, रहाणे अपनी फॉर्म को बरकरार रखने में सफल नहीं रह पाते हैं।
टीम में रहना है तो निरंतरता दिखानी होगी
वसीफ जाफर ने जियो सिनेमा के एक शो पर बातचीत करते हुए अजिंक्य रहाणे की बैटिंग को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा, “रहाणे को अपने खेल में निरंतरता दिखानी होगी, जो 80 से 90 टेस्ट मैच खेलने के बाद भी उनकी समस्या रही है। निरंतरता एक समस्या रही है और उनको इससे पार पाना होगा, क्योंकि वह भारत के लिए रोहित शर्मा के बाद बतौर कप्तान अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं। रहाणे को रन बनाने होंगे और उसके बाद ही बाकी चीजें अनुभवी बल्लेबाज को फॉलो करेंगी।”
आईपीएल में अच्छा करने के बाद दिया गया था मौका
बता दें कि आईपीएल 2023 में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से चमत्कारिक प्रदर्शन के बाद रहाणे को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल स्क्वॉड में जगह देकर चयनकर्ताओं ने हर किसी को हैरान कर दिया था। रहाणे डेढ़ साल पहले ही टीम से बाहर किए जा चुके थे। इतना ही नहीं उपकप्तान को बाहर का रास्ता दिखाकर सेंट्रल कॉन्ट्रेंक्ट में भी जगह न देना, यह बताता था कि चयनकर्ता अब उनसे परे देखना शुरू कर चुके हैं, लेकिन पिछले 18 महीने में पहला टेस्ट खेलते हुए रहाणे ने WTC फाइनल में अच्छा प्रदर्शन किया था, पर वेस्टइंडीज दौरे पर अब लगातार दूसरे मैच की दूसरी पारी में वह खुद से भी नाराज होंगे।