विराट कोहली के लिए इस नए साल की शुरुआत काफी अच्छी हुई है। विराट कोहली का पुराना फॉर्म वापस आ चूका है। वो बेहतरीन लय में नजर आ रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे मैच में उन्होंने 113 रन की शानदार पारी खेली। बैक टू-बैक-वनडे में शतक बनाया। ये उनका वनडे का 45वां शतक था। वे अब सचिन तेंदुलकर के सबसे अधिक 49 वनडे शतक के रिकॉर्ड से सिर्फ 4 कदम दूर हैं। गुरुवार यानी आज श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम दूसरा वनडे मैच खेल रही है। कोलकाता की पिच बैटिंग के लिए अच्छी है और विराट का फॉर्म भी। ऐसे में आज विराट कोहली से एक और शतक देखने को मिल सकता है। सभी को उम्मीद है कि कोहली एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में सफल रहेंगे।
एक समय कोहली कप्तानी को लेकर थे काफी उतावले
इस बीच टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने अपनी किताब ‘कोचिंग बियॉन्ड’ में कोहली और एमएस धोनी के रिश्ते को लेकर बड़ा खुलासा किया है। श्रीधर ने लिखा है कि कोहली टेस्ट की कप्तानी मिलने के बाद वनडे और टी20 टीम की कप्तानी को लेकर काफी उतावले थे। इसी सिलसिले में कोहली ने उस समय के वनडे और टी20 कप्तान धोनी को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया था।
मालूम हो कि दक्षिण अफ्रीका से टेस्ट सीरीज हारने के बाद कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद 2021 में हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने टी20 की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था जबकि बोर्ड ने इसके बाद उनसे वनडे टीम की कप्तानी वापस ले ली थी।
रवि शास्त्री ने विराट कोहली को फोन कॉल पर समझाया था
आर श्रीधर ने अपनी किताब में लिखा, 2016 में एक समय आया, जब विराट कोहली टेस्ट के अलावा व्हाइट बॉल टीम के कप्तान बनने के लिए काफी उत्सुक थे। उनकी कई बातों से लग रहा था कि वे इस फॉर्मेट की भी कप्तानी चाहते हैं। इसके बाद टीम के डायरेक्टर रवि शास्त्री ने उन्हें फोन किया और समझाया।
रवि शास्त्री ने विराट कोहली से कहा कि आपको टेस्ट टीम की कप्तानी मिल गई है। अभी धोनी व्हाइट बॉल टीम के कप्तान बने हुए हैं और आपको उनका सम्मान करना चाहिए। सही समय पर आपको धोनी व्हाइट बॉल टीम की कप्तानी भी दे देंगे। अगर आप उनका सम्मान करेंगे, तो जब आप कप्तान बनेंगे तो आपका भी कोई सम्मान नहीं करेगा। श्रीधर ने बताया कि कोहली ने शास्त्री की बात को माना और आगे चलकर कोहली को व्हाइट बॉल टीम की कप्तानी भी मिल गई।