महाराष्ट्र सरकार ने 28 मई को ‘स्वतंत्रवीर गौरव दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला लिया। 28 मई को स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की जयंती होती हैं। इस दिन को अब महाराष्ट्र में स्वतंत्रवीर गौरव दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की है। सावरकर के विचारों को फैलाने और प्रचारित करने के लिए सरकार कई कार्यक्रम आयोजित करेगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसकी घोषणा की है। स्वतंत्रवीर गौरव दिन मानने का प्रस्ताव कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने रखा था जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है।
सीएम ऑफिस से किया गया ट्वीट
राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद सीएम ऑफिस से एक ट्वीट किया गया। इसमें कहा गया- “स्वतंत्र वीर सावरकर के जन्मदिन (28 मई) को ‘स्वातंत्र्यवीर गौरव दिन’ के तौर पर मनाया जाने वाला है। देश की स्वतंत्रता के लिए सावरकर का योगदान बेहद अहम है। उनके विचारों के प्रचार और प्रसार के लिए विभिन्न कार्यक्रम का भी आयोजित किया जाएगा।” आपको बता दें कि भारतीय स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को नासिक के बाघपुर में हुआ था। उनके देश की आजादी में दिए गए योगदानों पर उनका आभार जताने के लिए राज्य सरकार ने उनके जन्मदिन पर स्वतंत्रवीर गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
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गौरतलब है कि वीर सावरकर एक ऐसी शख्सियत हैं, जो देश की राजनीति के हमेशा ही मुख्य केंद्र मानती हैं। जैसे कि अभी हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सावरकर को लेकर एक बयान से बड़ा बवाल खड़ा कर दिया था।
मामला कुछ ऐसा था कि राहुल गांधी को सूरत कोर्ट से मानहानि मामले में दोषी ठहराया गया। इसके बाद राहुल से माफी मांगने को लेकर सवाल किया गया, तो इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि वो गांधी है सावरकर नहीं और गांधी कभी माफी नहीं मांगते। उनके इस बयान को लेकर राजनीति में बड़ा बवाल खड़ा हो गया। महाराष्ट्र में कांग्रेस की गठबंधन सहयोगी उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना राहुल के इस बयान पर खफा हो गई थी।