Khus khus juice Benefits in uric acid : आज के समय में अधिकांश लोगों को यूरिक एसिड की समस्या रहती है। जब बॉडी में प्रोटीन का मेटाबोलिज्म धीमे होने लगता है तो शरीर प्यूरिन पचा नहीं पता है। इससे बॉडी में यूरिक एसिड जमने लगता है जो क्रिस्टल्स का रूप लेने लगते है। फिर ये क्रिस्टल्स हड्डियों के बीच गैप पैदा करते है, जिससे गाउट की समस्या होने का खतरा बना रहता है। गौरतलब है कि अगर सही समय पर इस समस्या को रोका नहीं जाता है तो ये समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में इसे रोकना बहुत जरूरी है। यूरिक एसिड की समस्या में खसखस के बीजों (khus khus benefits) का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद होता हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में खसखस के बीजों के फायदों के बारें में बताएंगे।
यूरिक एसिड की समस्या में पिएं खसखस का जूस
- खसखस के बीजों (Khus khus juice Benefits in uric acid) को रात में पानी में भिगोकर रख दें। फिर सुबह उसे नींबू, शहद, काला नमक और ठंडा पानी के साथ मिला कर जूसर में चला लें। नियमित रूप से इसके सेवन से यूरिक एसिड की समस्या कंट्रोल रहेगी। इसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जिससे मेटाबोलिज्म तेज होता है।
- यूरिक एसिड से होने वाले गाउट के दर्द में भी खसखस का जूस (Khus khus juice Benefits) पीना फायदेमंद होता हैं। इसके लिए गर्म पानी में खसखस के बीजों को मिलाकर पीलें। इससे दर्द में तो राहत मिलेगी ही। साथ ही पैरों में सूजन की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
- खसखस के बीजों (Khus khus juice Benefits in uric acid) में फाइबर की भी भरपूर मात्रा होती है, जिससे पाचन सही होता है। साथ ही सूजन की समस्या भी कम होती है। इसके अलावा इसके प्रोटीन से शरीर में पचाने वाले एंजाइम्स की मात्रा भी बढ़ जाती है, जिससे पेट ठंडा रहता है और यूरिक एसिड कंट्रोल होने लगता हैं।
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