Thursday, December 12, 2024
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‘दखल बर्दाश्त नहीं…’ राहुल मामले में जर्मनी की टिप्पणी पर बवाल, कांग्रेस नेता ने जताई खुशी तो भड़क उठी BJP

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सांसदी जाने का मामला अब देश के साथ विदेशों में भी चर्चाओं में आने लगा हैं। दरअसल, जर्मनी ने इस मामले में टांग अड़ाते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है और भारत को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने की कोशिश की, जिसको लेकर ही अब विवाद हो रहा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और BJP के नेता एक दूसरे पर हमलावर हो गए।

पूरा मामला कुछ ऐसा है कि जर्मनी की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने राहुल गांधी मामले पर एक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हमने राहुल गांधी के खिलाफ फैसले और संसद सदस्यता खत्म होने के मामले को देखा है। जितना हम जानते हैं राहुल गांधी फैसले के खिलाफ अपील करने की स्थिति में है। वे कहती हैं कि जर्मनी ये उम्मीद करता है कि इस मामले में ‘न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत’ लागू किए जाएंगे।

दिग्विजय सिंह ने जर्मनी को कहा शुक्रिया

एक ओर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस पर अपनी प्रसन्नता जाहिर की और साथ ही साथ जर्मनी को धन्यवाद भी कहा। वहीं BJP नेता इस पर बिफर पड़े और कहा कि भारत के आंतरिक मामले में किसी दूसरे देश का दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा- “धन्यवाद, जर्मनी विदेश मंत्रालय और रिचर्ड वॉकर, जिन्होंने इस पर ध्यान दिया कि किस तरह से राहुल गांधी को निशाना बनाने के लिए लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है।”

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BJP नेता भड़क गए

दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू पलटवार किया है। रिजिजू ने कहा कि विदेशी ताकतों को भारत के अंदरूनी मामलों में दखल देने के लिए आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद राहुल गांधी। याद रखें, भारतीय न्यायपालिका विदेशी दखल से प्रभावित नहीं हो सकती। भारत अब विदेशी ताकतों के दखल को बर्दाश्त नहीं करेगा क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।”

वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे देश का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी देश के भीतर भारत की लोकतांत्रिक, राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ने में विश्वास नहीं करते हैं, इसलिए वो विदेशी ताकतों को हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने का न्योता देते हैं।

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