UGC News: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अगले शैक्षणिक सेशन (2025-26) से डिग्री प्रोग्राम के छात्रों के लिए एक नए फ्लेक्सिबल अप्रोच लाई है। दरअसल, अब छात्र तीन और चार वर्षीय डिग्री कोर्स समय से पहले पूरा कर सकेंगे। इसे अब छात्रों के लिए मंजूरी मिल गई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग जल्द ही छात्रों को तय समयावधि से पहले अपना डिग्री कोर्स पूरा करने की इजाज़त देगा। यूजीसी अध्यक्ष ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी थी। इतना ही नहीं, यूजीसी छात्रों को अपनी तीन वर्षीय डिग्री को एक साल आगे बढ़ाने का ऑप्शन भी देगा। इसके अलावा पूरे कोर्स के दौरान कई एंट्री और एग्जिट का प्रावधान किया जाएगा।
3 साल की डिग्री 2 साल में कर सकेंगे पूरा
इस नई पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स के पास 3 साल की डिग्री को कम से कम ढाई साल में, 4 साल की डिग्री 3 साल में कंप्लीट करने का ऑप्शन होगा। इसके अलावा जिन स्टूडेंट्स को डिग्री लेनी की कोई जल्दी नहीं या पढ़ने में कमजोर हैं, वे 3 साल की डिग्री को 4 साल में और 4 साल की डिग्री को 5 साल में कंप्लीट कर सकेंगे। यह फ्लेक्सिबिलिटी एनईपी 2020 के अनुरूप है, जो व्यक्तिगत सीखने की समयसीमा पर जोर देती है।
गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत UGC डिग्री के बीच में ब्रेक लेने का ऑप्शन भी स्टूडेंट्स के लिए ला चुका है। अगर कोई स्टूडेंट चाहे तो वह कोर्स से ब्रेक ले सकता है और बाद में वापस आकर इसे पूरा कर सकता है।
समिति की सिफारिशों को यूजीसी ने दी मंजूरी
बता दें कि आईआईटी मद्रास के निदेशक वी कामकोटि की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिशों को यूजीसी ने मंजूरी दी है। जगदीश कुमार ने बताया कि जल्द ही इसके विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। यूजीसी अध्यक्ष ने बताया कि 4 साल की डिग्री से छात्रों को शोध कार्य, पेटेंट के लिए आवेदन और शोधपत्र प्रकाशित करने का मौका मिलेगा। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पूरे देश में लागू किया जाएगा।