Tulshidas Jayanti 2024: सावन के पवित्र महीने में बड़े-बड़े त्योहार और उत्सव के साथ कुछ वार्षिक जयंती भी आती हैं। जो महान संतों और महात्मायों की याद दिलाता है। ऐसी ही एक जयंती सावन के महीने में कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। जिसे तुलसीदास जयंती कहते हैं।
तुलसीदास जी को गोस्वामी तुलसीदास जी के नाम से भी जाना जाता है। तुलसीदास जी भगवान राम जी के प्रति अपनी महान भक्ति के लिए जाने जाते हैं। साथ ही उनका वर्णन सनातन धर्म के प्रमुख संतों के साथ किया जाता है। यही कारण है की उनके जन्म दिवस को जयंती के रूप में मनाया जाता है।
तुलसीदास जी का चरित्र क्यों था खास ?
तुलसीदास जी भारत के महान संतों में से एक माने जाते है। उन्होंने अपना ज्यादातर जीवन वाराणसी में बिताया। वाराणसी में प्रसिद्ध गंगा घाट का नाम तुलसी घाट उन्हीं के नाम पर रखा गया है। तुलसीदास जी को रामायण के मूल रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी का पुनर्जन्म माना जाता है।तुलसीदास जी ने बारह पुस्तकों की रचना की। जिनमे से रामचरितमानस हिन्दू धर्म की प्रमुख काव्य है।
वैसे मुख्य रूप से मूल रामचरितमानस की रचना वाल्मीकि जी ने की थी लेकिन शुद्ध संस्कृत में होने के कारण वह केवल बड़े और ज्ञानी विद्वानों द्वारा ही पढ़ी जा सकती थी। उसका अवधि भाषा में अनुवाद गोस्वामी तुलसीदास जी ने किया। जिससे वह साधारण लोगों के लिए पढ़ने में भी सरल हो गई। तुलसीदास जी ने सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली चालीसा हनुमान चालीसा भी लिखी। इसके साथ ही बजरंग बाण और कवितवली जैसी कुछ रचनाएं भी लिखी।
क्यों मनाई जाती है तुलसीदास जयंती ? Tulshidas Jayanti 2024
तुलसीदास जी का जन्म 1532 में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में हुआ था। हिन्दू पंचांग के अनुसार उनका जन्म सावन महीने की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को हुआ था। उनके जन्म तिथि को ही हर वर्ष तुलसीदास जयंती के रूप में मनाया जाता है।
इस वर्ष कब है तुलसीदास जयंती |Tulshidas Jayanti 2024
इस वर्ष तुलसीदास जयंती 11 अगस्त 2024 दिन रविवार को मनाई जाएगी। इस वर्ष तुलसीदास जी की 527 वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।