Health Benefits of Red Sandalwood: प्राचीन काल से ही आयुर्वेद का मानव जीवन में सकारात्मक और लाभदायक प्रभाव पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार पेड़ पौधों से प्राप्त फल, फूल और अन्य सामग्रियों से हम न केवल पूरी तरह से स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि जानलेवा बीमारियों से भी बच सकते है। इन्हीं कुछ चुनिंदा चीजों में से एक है लाल चंदन की लकड़ी, जिसे कई नामों से भी जाना चाहता है, जैसे रक्तचंदन, हर्टवुड, माणिक की लकड़ी, अगरू और अनुकम आदि-आदि।
कई प्रकार के रोगों को करता है दूर
आम तौर पर इस लकड़ी को लाल चंदन के नाम से पहचाना जाता है। हिंदू धर्म में भी इसका बड़ा महत्व है। पॉलीफेनोलिक यौगिक, ग्लाइकोसाइड, एशेंशियल ऑयल, फ्लेवोनोइड, टैनिन और फेनोलिक एसिड आदि जैसे कई फाइटोकेमिकल्स से समृद्ध होती है, ये लाल चंदन की लकड़ियां। इन लकड़ी के उपयोग से कई प्रकार के रोगों को दूर किया जाता है। जैसे-
– मधुमेह
लाल चंदन में मौजूद एक्टिव इनग्रेडिएंट शरीर में ब्लड शुगर लेवल को तेजी से कंट्रोल करने में मदद करता है। इस लकड़ी से बने ग्लास या लकड़ी के टुकड़े को पानी में भरकर रखें और सुबह पिएं तो ये शरीर के लिए काफी लाभदायक साबित होता है।
-कोलेस्ट्रॉल करे कम
बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से कई तरह की हृदय समस्याएं पैदा हो जाती है। ऐसे में शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल का संतुलित होना बहुत जरूरी है। लाल चंदन के अंदर जेनेस्टिक, अल्फा, वैनेलिक एसिड, बीटा रीसोर्कलिक एसिड जैसे तत्व होते हैं जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं।
– झाइयां और झुर्रियां को करें ठीक
समय के साथ किसी के चेहरे पर झाइयां या झुर्रियों की समस्या हो जाती है तब भी लाल चन्दन की लकड़ी का पानी पीना अच्छा होता है। इसके अलावा यह मुंहासे, काले बड़े दाग और पिंपल्स को कम करने में भी काफी असरदार है। लाल चंदन को घिसकर फेस पैक की तरह चेहरे पर लगाने से कुछ ही दिनों में पिगमेंटेशन खत्म हो जाती है।
– सिर दर्द में राहत
बता दें कि लाल चंदन के अंदर ऐसे कई गुण पाए जाते हैं जो पित्त को संतुलित करने का कार्य करते हैं। ऐसे में सिर दर्द होने पर लाल चंदन का लेप लगाना लाभदायक होता है व यह मन को शांत करता है जो कि सिर दर्द का मुख्य कारण है।