Thursday, November 21, 2024
MGU Meghalaya
HomeबिजनेसYamuna Expressway पर सफर हुआ महंगा, टोल प्लाजा ने बढ़ाया 12 प्रतिशत...

Yamuna Expressway पर सफर हुआ महंगा, टोल प्लाजा ने बढ़ाया 12 प्रतिशत टैक्स

Yamuna Expressway : यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों को अब पहले से ज्यादा टोल टैक्स देना होगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 82वीं बैठक में इस टोल टैक्स में 4 प्रतिशत की वृद्धि का फैसला लिया गया। नई दरें 1 अक्टूबर से लागू की जाएंगी। यमुना एक्सप्रेसवे, जिसे ताज एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है, पर टोल दरों में करीब ढाई साल बाद यह वृद्धि की गई है। 2022 और 2023 में 4 प्रतिशत की यह बढ़ोतरी की गई है, जबकि इससे पहले 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। नियम के मुताबिक, हर साल टोल टैक्स की दरों में संशोधन किया जाता है, और अब ये दरें शासन के अनुमोदन के बाद लागू कर दी जाएंगी।

बढ़ी हुई दरें

नई दरें लागू होने के बाद कार, बस, ओवरसाइज वाहनों के टोल टैक्स में वृद्धि होगी। उदाहरण के तौर पर, कार का टोल टैक्स अब 270 रुपये से बढ़ाकर 295 रुपये कर दिया गया है। इसी प्रकार बसों का टोल 895 रुपये से बढ़ाकर 935 रुपये कर दिया गया है, और ओवरसाइज वाहनों का टोल 1760 रुपये से बढ़ाकर 1835 रुपये कर दिया गया है।

प्रति किलोमीटर की नई दरें:

  • दोपहिया और तीन पहिया वाहन: पहले इन वाहनों से 1 रुपये 25 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूला जाता था, लेकिन अब 1 रुपये 50 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जाएगा।
  • कार और जीप जैसे हल्के चार पहिया यात्री वाहन: इनकी टोल दरें 2 रुपये 50 पैसे प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर 2 रुपये 95 पैसे प्रति किलोमीटर कर दी गई हैं।
  • हल्के कमर्शियल वाहन: अब 4 रुपये 60 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जाएगा। पहले यह दर 4 रुपये 15 पैसे प्रति किलोमीटर थी।
  • बस और ट्रक: अब 9 रुपये 35 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूला जाएगा, जबकि पहले 8 रुपये 45 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जा रहा था।
  • निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होने वाले भारी वाहन और मल्टी-एक्सल वाहन: इनकी टोल दरें 12 रुपये 90 पैसे प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर 14 रुपये 25 पैसे प्रति किलोमीटर कर दी गई हैं।
  • बड़े आकार वाले वाहन (7 या उससे अधिक एक्सल वाले): अब 18 रुपये 35 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जाएगा, जो पहले 16 रुपये 60 पैसे प्रति किलोमीटर था।

ये भी पढ़ें : Supertech को सुप्रीम कोर्ट से मिली बड़ी राहत, 27000 होम बायर्स आशियाना मिलने की उम्मीद जगी

किसानों को मिलेगा बकाया मुआवजा

बढ़ी हुई टोल दरों से मिलने वाली अतिरिक्त राशि का उपयोग उन किसानों के मुआवजे के भुगतान में किया जाएगा, जिनकी जमीन यमुना एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई थी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने जानकारी दी कि किसानों को 64 प्रतिशत मुआवजा अभी तक नहीं दिया जा सका है। इस मुआवजे का मुद्दा लंबे समय से विवाद का विषय रहा है, लेकिन अब इसे सुलझाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।

Yamuna Expressway

यमुना सिटी का विकास

बैठक में यमुना सिटी के विकास पर भी चर्चा हुई। सरकार का उद्देश्य इसे एक आधुनिक, स्मार्ट और पर्यावरण के अनुकूल शहर बनाना है। इस परियोजना के तहत यमुना सिटी में रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाएंगे। यह शहर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका विकास दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की योजनाओं का हिस्सा है। सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि इस परियोजना में न केवल बेहतर बुनियादी ढांचा विकसित हो, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी जाए।

यमुना सिटी के विकास के तहत विभिन्न आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं, जो भविष्य में रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ लोगों को आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराएंगी। इसके अलावा, सरकार पर्यावरण के अनुकूल शहरों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए ग्रीन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगी।

यमुना एक्सप्रेसवे का महत्व

यमुना एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण सड़कों में से एक है, जो नोएडा से आगरा तक लगभग 165 किलोमीटर की दूरी को कवर करती है। यह एक्सप्रेसवे न केवल दिल्ली-एनसीआर और आगरा के बीच आवागमन को सुगम बनाता है, बल्कि यह ताजमहल जैसे ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंच को भी आसान बनाता है। इसकी शुरुआत 2012 में हुई थी और तब से यह कई बार विकास के विभिन्न चरणों से गुजरा है। एक्सप्रेसवे पर होने वाले विकास कार्यों में सड़क सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और टोल संग्रहण प्रणाली को अधिक आधुनिक और कुशल बनाने के प्रयास भी शामिल हैं।

यमुना एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स में 4 प्रतिशत की वृद्धि से वाहन चालकों को कुछ अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य एक्सप्रेसवे की मरम्मत, विकास कार्य और किसानों को मुआवजा देने के लिए आवश्यक धनराशि जुटाना है। टोल की बढ़ी हुई दरें शासन के अनुमोदन के बाद प्रभावी होंगी, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इससे प्राप्त होने वाली राशि का सही और न्यायसंगत उपयोग हो।

यमुना सिटी का विकास भी इस पूरी योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो आने वाले समय में इस क्षेत्र को एक आधुनिक, रोजगारपरक और पर्यावरण के अनुकूल शहर के रूप में स्थापित करेगा।

- Advertisment -
Most Popular