On This Day: साल 2018 में आज ही के दिन क्रिकेट के इतिहास में कुछ ऐसा हुआ जो सदियों याद रखा जाएगा। 24 मार्च 2018, क्रिकेट के इतिहास का यह वो काला दिन था, जिसको शायद ही कोई भुला पाएगा। उस दिन ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन में खेले जा रहे टेस्ट मैच का तीसरा दिन था। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह सीरीज कुछ खास नहीं जा रहा था। तभी मैदान पर ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को हराने के लिए एक ऐसी साजिश रची जो क्रिकेट के इतिहास का सबसे काला कांड साबित हुआ।
यह था सैंडपेपर गेट कांड जिसमें ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और उप कप्तान डेविड वॉर्नर के साथ कैमरून बैनक्रॉफ्ट नप गए। इस तरह तीनों ने मिलकर जेंटलमैन गेम को शर्मसार कर डाला था। गेंद से छेड़छाड़ करने के दोषी पाए जाने के बाद स्मिथ और वॉर्नर को एक साल का बैन भी झेलना पड़ा था।
#OnThisDay In 2018, Australian Cricketers Cameron Bancroft, Steve Smith, and David Warner were caught for ball-tampering in the infamous Cape Town Test.
#PAKvsAUS #PAKVAUS pic.twitter.com/Hmv1FDHX86— Cricket Spectacle 🏏 (@CricketSpectac1) March 24, 2022
बाजी पलटने की योजना बेहद खराब साबित हुई
पहले दो दिन के खेल में दक्षिण अफ्रीका पहले बल्लेबाजी करते हुए 311 रन बनाकर ढेर हो चुकी थी। तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम 255 रन बनाकर सिमट गई और उसके बाद मैदान पर उतरी दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 56 रन की लीड के साथ शुरू हो गई। ऐसे में मेजबान टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चायकाल तक 3 विकेट पर 151 रन बना लिए थे।
ऑस्ट्रेलिया के कोर टीम के सदस्यों को पता था कि वे एक कठिन मैच में हैं, इसलिए वे अपने विरोधियों पर बाजी पलटने की योजना लेकर आए। कप्तान स्टीव स्मिथ ने उप-कप्तान डेविड वार्नर के साथ मिलकर कैमरन बैनक्रॉफ्ट को गेंद को रिवर्स स्विंग के लिए तैयार करने में मदद की। यह कैमरे में कैद हो गया और बाद में कोहराम मच गया।
Sand paper story #ball tempring captain #smith in trouble. pic.twitter.com/8JS3a0biMb
— fari (@farrukhehsan709) March 24, 2018
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरेआम बॉल टेम्परिंग की बात को कबूला
चोरी दर्ज होने के बाद बहुत से लोग परेशान हो गए और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने तेजी से कार्रवाई करते हुए स्टीव स्मिथ को कप्तानी से हटा दिया और विकेटकीपर टिम पेन को कप्तान बना दिया। कैमरे में बेईमानी की करतूत पकड़े जाने के बाद स्मिथ और वॉर्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरेआम बॉल टेम्परिंग की बात को कबूल कर ली। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने स्मिथ और वॉर्नर को एक-एक साल के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट से बैन कर दिया जबकि बेनक्रॉफ्ट को 9 महीने के प्रतिबंध की सजा मिली।