Flesh eating bacteria : दुनियाभर में कई ऐसे बैक्टीरिया भी है जो कुछ ही समय में मनुष्य के शरीर के कुछ अंगों को खा सकते हैं। ऐसा ही एक बैक्टीरिया है एसेंथअमीबा केराटाइटिस (Acanthamoeba keratitis)। जो इंसान का मांस खा सकता है। आमतौर पर ये परजीवियों, धूल-मिट्टी और ताजे पानी की झीलों में पाया जाता है। हाल ही में इसी बैक्टीरिया ने फ्लोरिडा में रहने वाले 21 वर्षीय लड़के की आंखें खा ली है। विज्ञान में इस बैक्टीरिया को मांस खाने वाला बैक्टीरिया (Flesh eating bacteria) के नाम से भी जाना जाता हैं।
बस 40 मिनट की नींद बन गई सजा
डॉक्टर्स के मुताबिक इस बैक्टीरिया ने इस लड़के की आंखें के कॉर्निया को खा लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये लड़का कॉन्टेंट लेंस लगाकर सो गया था। लगभग 40 मिनट के बाद जब उसने अपनी आंखें खोली तो उसकी आंखों की रोशनी जा चुकी थी। मतलब कि वह आंशिक रूप से अंधा हो चुका था। डॉक्टर का कहना है कि ये बैक्टीरिया (Flesh eating bacteria) उसके कॉन्टेंट लेंस पर चिपक गया था और जब वह सोया तो ये उसकी कॉर्निया तक पहुंच गया और उसके कॉर्निया को खा गया।
जानिए कैसे फैलता है मांस खाने वाला बैक्टीरिया
बता दें कि एसेंथअमीबा केराटाइटिस बैक्टीरिया एक प्रकार का सिंगल सेल अमीबा (amoeba) होता है। जो लोगों की आंखों में जाकर उनके कॉर्निया के लेयरिंग को नुकसान पहुंचाता है। गौरतलब है कि अगर ये बैक्टीरिया (Flesh eating bacteria) ज्यादा समय तक कॉर्निया पर रहता है या फिर इंफेक्शन ज्यादा हो जाता है तो ये आंखों के टिशूज को भी पूरी तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए कभी भी कॉन्टेंट लेंस को लगाकर सोना नहीं चाहिए। इसके अलावा समय-समय पर कॉन्टेंट लेंस की साफ-सफाई भी करते रहना चाहिए।
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।