The Sabarmati Report Review: विक्रांत मैसी, राशि खन्ना और रिद्धि डोगरा स्टारर फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ सिनेमाघरो में रिलीज हो चुकी है। बीते कई दिनों से इस फिल्म की कहानी को लेकर चर्चा पूरे भारत में चल रही थी। फिल्म के ट्रेलर के बाद से ही लोग इस फिल्म के बारे में बातें बनाना चालू कर दिए थे। फिल्म की स्टारकास्ट के इंटरव्यूज भी सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ वायरल हुए। अब फिल्म की रिलीज डेट आ चुकी है और यह फिल्म देश के कई सिनेमाघरों में दस्तक भी दे चुकी है। तो चलिए आपको बताते हैं ये फिल्म कैसी है…
निर्देशन
फिल्ममेकर एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स के मशहूर टीवी शो कुटुंब में यश के किरदार में नजर आने वाले अभिनेता धीरज शरण ने द साबरमती रिपोर्ट का डायरेक्शन किया है। अयोध्या से अहमदाबाद जा रही ट्रेन की एस 6 बोगी में साजिशन आग लगाई गई, ये बात अदालत मान चुकी है लेकिन ये बात दर्शकों को याद बनी रहे, यही इस फिल्म का अगर उद्देश्य है तो बतौर एकता कपूर के मुलाजिम धीरज सरना पूरी तरह सफल हैं।
कहानी
फिल्म में विक्रांत मैसी को मीडिया के पीछे पड़ते दिखाया जाता है कि मिडिया सच्चाई को सामने क्यों नहीं ला रही। विक्रांत का मानना था कि यह सिर्फ एक एक्सीडेंट नहीं बल्कि प्रीप्लान तरह से किया गया था, जिसकी सच्चाई दुनिया के सामने आनी चाहिए। फिल्म में जब राशि खन्ना की एंट्री होती है तब राशि खन्ना इस केस की इन्वेस्टीगेशन में लग जाती हैं और वे एक-एक करके लोगों से मिलती हैं और तब जो चीज निकल कर सामने आती है वह आपके रोंगटे खड़ा कर देगी।
फिल्म एक सीरियस टोन को लेकर आगे चलती है, जिसमें विक्रांत मैसी को एक फ्रस्ट्रेड मीडिया कर्मी के तौर पर दिखाया गया है जिन्हें मीडिया पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं। यह सिर्फ सच जानना चाहता है हालांकि इस सच को जानने के लिए उनके सामने बहुत सारी समस्याए आ रही होती हैं।
एक्टिंग
इस घटना में पत्रकारों की क्या भूमिका रही, वो फिल्म का केंद्र बिंदु कहा सकता है। लेकिन ओवरऑल ये एक मेकर्स की एक शानदार पेशकश है। एक्टिंग की बात करें तो विक्रांत मैसी ने एक बार फिर से अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी है, सेक्टर 36 और 12th Fail के बाद उनकी बैक टू बैक बेहतरीन परफॉर्मेंस मानी जा सकती है।
दूसरी तरफ साउथ अभिनेत्री राशि खन्ना ने भी बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने के लिए दावेदारी पेश कर दी है। इसके अलावा रिद्धि डोगरी की अदाकारी सराहनीय रही है। फिल्म में एक दिग्गज महिला पत्रकार का कैमियो भी देखने को मिलेगा।
रिविव
रिविव की बात करें तो फिल्म आपको कहीं बोर नहीं करती, कहीं खिंची हुई नहीं लगती, चीजें तेजी से आगे बढ़ती रहती हैं, हां थोड़ा इमोशनल कनेक्ट कम है वो होता तो फिल्म और शानदार बनती। करीब दो घंटे की इस फिल्म को बनाने के लिए धीरज सरना ने कमाल का डायरेक्शन किया है और हर पहलू को बारीकी के साथ पर्दे पर उतारा है।