Tuesday, September 17, 2024
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Heeramandi: हीरामंडी के अहम सीन में रोने को तैयार नहीं थे ताहा शाह बदुश्शा, बोलें- ‘आदमी रोते नहीं है’

Heeramandi: बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने- माने फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली इन दिनों अपनी हालिया रिलीज वेज सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ को लेकर लगातार सुर्खियों में छाए हुए हैं। संजय की इस सीरीज को लेगों की ओर से मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। ‘हीरामंडी से फिल्ममेकर ने अपना ओटीटी डेब्यू किया है।यह एक पीरियड ड्रामा सीरीज है।

इस सीरीज में ताहा शाह बदुश्शा ने अपने किरदार से खूब सुर्खियां बटोरी हैं। सीरीज में ताहा ने ताजदार बलूच की भूमिका निभा कर लोगों के दिलों में खास जगह बना ली हैं। हाल ही में, स्नेहिल दीक्षित, जो सीरीज की लेखक और अतिरिक्त निर्देशक भी हैं, ने अपने अनुभवों के बारे में बात की है।

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स्नेहिल ने किया ताहा को लेकर बड़ा खुलासा

आपको बता दें कि इस सीरीज में अभिनेता ताहा शाह ने ताजदार का किरदार निभाया हैं। स्नेहिल दीक्षित ने एक वेबसाइट से बातचीत के दौरान ताहा से जुड़ा वह किस्सा सुनाया, जब वो शाह से तंग हो गई थी। दरअसल, एक अहम सीन की शूटिंग चल रही थी। स्नेहिल चाहती थीं कि उस दृश्य में ताहा की आंखों में आंसू दिखाई दे, लेकिन वो उनकी बात सुन ही नहीं रहे थे।

सीन को लेकर दोनों की राय एक-दूसरे से अलग थी। स्नेहिल ने अपनी इच्छा सामने रखी तो ताहा बोल उठे कि आदमी थोड़े रोते हैं। यह सुनकर स्नेहिल परेशान हो गई थी। उनका साफ मानना था कि ताहा को रोना ही पड़ेगा। तभी उन्हें देखकर दर्शकों को रोना आएगा। उन्होंने बताया कि आखिरकार ताहा ने उनकी बात मान ली थी। ताहा ने स्नेहिल से कहा था, “चल तू बहन है, तेरे लिए करता हूं।”

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बड़े किरदारों को निर्देशन देने में होती है घबराहट

गौरतलब है कि स्नेहिल ने अपने अनुभवों के बारे में बात करते हुए कहा कि फरीदा जलाल, सुदीप चटर्जी और महेश लिमये के साथ काम करना काफी बेहतरीन अनुभव था। सीरीज की शूटिंग के दौरान सभी लोगों ने उन्हें सहज महसूस कराया था। स्नेहिल ने बताया कि कई बार रीटेक लेने पड़ते थे और फरीदा जलाल जैसे बड़े कलाकारों को निर्देश देने में घबराहट होती थी।

 

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