Sushant Singh Rajput: बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर को इस दुनिया को अलविदा कहे 45 महीने पूरे हो चुके हैं। हालांकि आजतक ये एक बड़ा सवाल है कि आखिर उनकी मौत हुई कैसे और उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है? ऐसे में भाई की मौत के 45 महीने पूरे होने पर सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक बड़ी अपील कर दी है। दरअसल, सुशांत की बहन ने एक वीडियो पोस्ट शेयर करते हुए पीएम मोदी से अपने भाई की मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच में तेजी लाने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। इस वीडियो पोस्ट में उन्होंने सुशांत के निधन के बाद से अबतक हुई जांच पर प्रकाश डाला है और साथ ही जांच एजेंसी से अपडेट की कमी पर अफसोस जताया है।
सुशांत की बहन ने पीएम मोदी से की अपील
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत की बहन का मानना है कि इस मामले में पीएम मोदी की भागीदारी से उनके भाई को जरुर न्याय मिलेगा। उन्होंने अपने वीडियो पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, ‘मेरे भाई को गए 45 महीने हो गये हैं और हमें आज भी जवाब की तलाश है, पीएम मोदी जी कृपया हमारी मदद कीजिए और पता कीजिए की इस जांच में सीबीआई कहां तक पहुंची है, हमारी अपील है सुशांत के लिए न्याय पेंडिंग है।‘
फिर खुलेगी सुशांत सिंह राजपूत केस की फाइल!
बता दें कि सुशांत की बहन ने अपनी पोस्ट में आगे कहा है कि, ‘इस केस के प्रति आपका ध्याम हमें यह जानने में मदद करेगा कि सीबीआई अपनी जांच में कहां तक पहुंची है। इससे हमें हमारी न्याय व्यवस्था पर अटूट विश्वास पैदा करने में भी मदद मिलेगी। यह उन सभी दुखी दिलों को राहत देगा , जिन्हें अभी तक सुशांत की मौत का जवाब नहीं मिल पाया है और वह सुशांत को न्याय दिलाने के लिए रोज प्रार्थना करते हैं। हमारी उम्मीदें आपसे हैं। सुशांत के फैंस जानना चाहते हैं कि 14 जून को आखिर मेरे भाई के साथ क्या हुआ था।’
अबतक रहस्य है सुशांत सिंह राजपूत की मौत
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत को 45 महीने पहले उन्हीं के फ्लैट पर पंखे से लटके हुए पाया गया था। उनकी मौत की जांच में कई लोगों के नाम सामने आए, काफी लंबी पड़ताल भी चली, लेकिन इस जांच से अबतक कुछ साफ नहीं हो पाया। इससे पहले भी सुशांत की बहन ने सीबीआई की जांच पर बड़ा सवाल खड़ा किया था। उन्होंने बताया कि वो आजतक भाई के फ्लैट पर नहीं गई हैं। मकान मालिक ने कहा कि हमें पता नहीं कि असलियत में वहां क्या हुआ था? बेड और पंखे के बीच में इतना स्पेस नहीं था कि कोई वहां खुद फांसी लगा सके। इसके अलावा जब अपार्टमेंट छोड़ा गया तो मकान मालिक को चाबियां लौटाई गईं, उन्होंने हमें बताया कि उस कमरे की चाबियां गायब थीं, जहां ये हादसा हुआ।