हाल ही में हुए बीसीसीआई की समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। आगामी वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की रणनीति क्या होगी इसकी रुपरेखा तय की गई। इसके अलावा टीम इंडिया में सेलेक्शन के लिए यो-यो टेस्ट और डेक्सा स्कैन को अनिवार्य कर दिया है। इन दोनों टेस्ट में पास होने के बाद ही खिलाड़ियों को टीम इंडिया में मौका मिलेगा। इसको लेकर कई क्रिकेट एक्सपर्ट की अलग राय है। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने इसको लेकर आपत्ति जताई है।
सुनील गावस्कर ने कसा तंज
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री इन दोनों फिटनेस टेस्ट को लेकर काफी चर्चा में रहे थे। फैंस ने रोहित शर्मा को फिटनेस के लिए सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया। पहले भी रोहित इस टेस्ट में फेल हो चुके हैं। सुनील गावस्कर ने तंज कसते हुए कहा कि फिर तो बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी में बायो मेकेनिकल और बॉडी साइंस एक्सपर्ट को होना चाहिए।
यो-यो टेस्ट को लेकर जताई असहमति
उन्होंने अपने कॉलम के माध्यम से यो-यो टेस्ट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने असहमति जताते हुए अपने स्कूल के दिनों को याद किया और कहा कि “उन दिनों मैं शिन स्पिलीट नाम के एक टेस्ट से परेशान था, जिसे करने के बाद काफी दर्द होता था। मैंने उनसे कहा कि आप हमें ड्रॉप कर दें यदि आपको उन ग्यारह लोगों को चुनना है जो दौड़ने में अच्छे हों। फिटनेस एक ऐसी चीज है जो अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग होती है और इसे एक पैमाने में मापना ठीक नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “तेज गेंदबाज के लिए फिटनेस लेवल अलग होता है, स्पिन गेंदबाजों के लिए यह अलग होता है और विकेट कीपर का लेवल हाई होता है और सबसे कम बल्लेबाजों के लिए होता है। इसलिए सबको एक ही मानक पर तौलना ठीक नहीं है।”