Friday, November 22, 2024
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Surat में गणपति पंडाल पर पथराव, पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार

Surat: सूरत में गणेश उत्सव के दौरान हुए पथराव की घटना ने पूरे शहर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। यह घटना सूरत के सैयदपुरा इलाके की है, जहाँ गणेश पंडाल पर असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव किया गया, जिससे वहां मौजूद लोग भयभीत हो गए। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया और शहर के प्रमुख इलाकों में पुलिस की गश्त भी बढ़ा दी गई है। इस घटना ने न केवल सूरत बल्कि पूरे गुजरात में भी हलचल मचा दी है।

घटना का विवरण

गणेश उत्सव के अवसर पर सूरत के सैयदपुरा इलाके में एक पंडाल में श्रद्धालु गणपति बप्पा की पूजा में लीन थे, तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने वहां पथराव करना शुरू कर दिया। इस पथराव से वहां मौजूद लोग भयभीत हो गए और इलाके में हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस घटना के बाद तनाव और आक्रोश फैल गया, जिससे स्थिति और भी बिगड़ने लगी।

स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सैयदपुरा पुलिस चौकी का घेराव कर दिया। वहां लोगों ने पुलिस के खिलाफ नाराजगी जाहिर की और आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। इस दौरान विधायक कांति बलर भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को आश्वस्त किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस की प्रतिक्रिया और कार्रवाई | Surat 

सूरत पुलिस ने इस घटना के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, इस घटना से संबंधित कुल 27 लोगों को हिरासत में लिया गया है और जांच अभी भी जारी है। गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ड्रोन, सीसीटीवी और अन्य तकनीकी साधनों की मदद से इस घटना में शामिल लोगों की पहचान कर रही है।

पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि पुलिस ने तुरंत इलाके में तैनाती बढ़ा दी है और जहां जरूरत थी, वहां लाठीचार्ज और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया गया। फिलहाल सूरत के हर संवेदनशील इलाके में करीब 1,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी और जो भी शांति भंग करने का प्रयास करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासनिक प्रतिक्रिया और आश्वासन

गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से घटना की निंदा की और कहा कि प्रशासन इस मुद्दे पर पूरी तरह से सतर्क है। उन्होंने बताया कि पुलिस रातभर पथराव करने वालों की पहचान करने में लगी रही और अभी भी उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

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गणेश उत्सव पर प्रभाव

गणेश उत्सव महाराष्ट्र के साथ-साथ गुजरात में भी बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह पर्व गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना और समाज में सुख-शांति की कामना का प्रतीक है। ऐसे समय में इस तरह की घटनाएं समाज में तनाव फैलाने का कार्य करती हैं। सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव की यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए दुखदाई है, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द और शांति के लिए भी एक चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न करती है।

घटना के बाद शहर में गणेश उत्सव के आयोजनों पर भी प्रभाव पड़ा है। कई स्थानों पर आयोजक इस बात से चिंतित हैं कि कहीं और भी इस तरह की घटनाएं न हो जाएं। हालाँकि, प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सभी जगह पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है और लोग बिना किसी डर के गणेश उत्सव मना सकते हैं।

गणेश उत्सव के प्रति श्रद्धालुओं की भावनाएं

गणेश उत्सव भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। विशेषकर महाराष्ट्र और गुजरात में इसे बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। श्रद्धालु गणपति बप्पा की मूर्तियों की स्थापना कर उनकी पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं।

सूरत की इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में आक्रोश और दुःख का माहौल देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं त्योहार की पवित्रता को भंग करती हैं और समाज में अशांति फैलाने का प्रयास करती हैं। हालांकि, प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी ने लोगों को कुछ हद तक आश्वस्त किया है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी और ऐसी घटनाएं भविष्य में नहीं होंगी।

इस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। पुलिस द्वारा संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई है और गणेश उत्सव के सभी आयोजनों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने यह भी कहा है कि पुलिस की टीमें पूरी तरह से सक्रिय हैं और किसी भी प्रकार की हिंसात्मक घटना को रोकने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, तकनीकी साधनों का उपयोग कर संदिग्ध गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।

सूरत की इस घटना ने गणेश उत्सव के उत्साह में कुछ खलल डाला है, लेकिन प्रशासन की सक्रियता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से स्थिति पर काबू पाया जा सका है। इस तरह की घटनाएं समाज में तनाव उत्पन्न करती हैं, लेकिन लोगों का विश्वास है कि प्रशासन दोषियों को कड़ी सजा दिलाकर शांति और सौहार्द बनाए रखने में सफल होगा।

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