Surrogate Advertising: सरोगेट विज्ञापन, ये टर्म आज के समय में बिजनेस का एक अहम जरिया बन गया है। छोटे एक्टर्स से लेकर बड़े दिग्गज सितारें तक इसमें अपना पूरा योगदान देते हैं और इसके बदले में तंबाकू और गुटखा उत्पाद बनाने वाली कंपनियां उन्हें अच्छा खासा भुगतान करती हैं। हालांकि सवाल तो यही उठता है कि पैसों के लिए लाखों-करोड़ों लोगों के स्वास्थ से खिलवाड़ कहा तक जायज है।
आपको एक बात अच्छे से जान लेनी चाहिए कि ऐसे विज्ञापन (Surrogate Advertising) करने वाले सितारे भी अच्छी तरह से जानते हैं कि लाखों भारतीय युवा उन्हें कुछ आइकन या रोल मॉडल के रूप में देखते हैं, और ईमानदारी से उनका पालन करेंगे, भले ही उन्हें पता हो कि यह किसी गलत काम के लिए ही क्यों ना हों।
पैसे कमाने का नया जरिया है Surrogate Advertising
बड़े- बड़े दिग्गज सितारे ये बात भी अच्छी तरह जानते हैं कि पान मसाला चबाने का चलन पूरी युवा आबादी के स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है। हालांकि इसके बावजूद भी सभी हंसते हुए लोगों को विज्ञापन के जरिए इसका इस्तेमाल करने के लिए उकसाते हैं। छोटे टीवी एक्टर्स जिन्हें काम ना मिल रहा हो वो अगर ऐसा करें तो एक समय मान भी लें। हालांकि बॉलीवुड के नामचीन सितारे जैसे शाहरुख खान और अजय देवगन आज भी पान मसाला और गुटखा त्मबाकू जैसे उत्पादों का विज्ञापन कर लाखों लोगों को इसे इस्तेमाल करने के लिए प्रोतसाहित करते हैं।
शाहरुख, अजय और अक्षय कुमार जैसे सितारें भी हैं इस फ्रॉड का हिस्सा
और ये सब किसलिए, सिर्फ ज्यादा पैसे कमाने की लालच में। इन सितारों की फिल्मों को फैंस आज भी कही ज्यादा पसंद करते हैं। उनकी हर एक फिल्म रिलीज से पहले ही ब्लॉकबस्टर हिट हो जाती है। हालांकि इसके बावजूद भी इस फैक्ट को झूठलाया नहीं जा सकता कि आज के समय में बॉलीवुड के टॉप कमाई करने वाले अभिनेता होने के बावजूद शाहरुख और अजय देवगन भारतीय सिनेमा में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले अभिनेताओं में से टॉप दो हैं।
वहीं अब लोगों को फिटनेस और एक्टिव रहने की टिप्स देने वाले और लोगों को सामने खिलाड़ी कुमार के नाम से प्रसिद्ध एक्टर अक्षय कुमार भी इस लिस्ट में शामिल हो ही गए है। पिछली बार पान गुटखा के विज्ञापन से जुड़ने के बाद लोगों ने उनकी आलोचना की थी, जिसके बाद उन्होंने फैंस से माफी मांगी थी और साथ ही विज्ञापन के सारे पैसे वापस करने का वादा किया था। हालांकि अब एक बार फिर अक्षय शाहरुख और अजय देवगन के साथ इन विज्ञापनों का हिस्सा बन गए हैं।
चंद पैसों के लिए लोगों की जिंदगियों से खेलते हैं फिल्मी सितारे
सवाल तो यह है कि इतने पैसे होने के बावजूद भी चंद और पैसों के लिए ऐसी लालच की आपको प्यार करने वाली पब्लिक के स्वास्थय के साथ ही आप खिलवाड़ कर रहे हैं। सैकड़ों-हजारों करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद भी ये सितारें प्रतिबंधित पदार्थों के लिए पान मसाला और अन्य सरोगेट उत्पादों के लिए बेशर्मी से काम करते हैं। गौर करने वाली बात तो यह है कि इन सभी को ये अच्छी तरह पता है कि हमारे युवा अपने स्वयं के स्वास्थ्य और जीवन की कीमत पर इनपर आँख बंद करके भरोसा करते हैं और उनकी सिखाई राह पर भी चलने लगते हैं।
आज कल छोटे-छोटे स्कूल जाने वाले बच्चों के हाथ में सिगरेट बिड़ी नजर आती है, जिस उम्र में उन्हें खेल-कूद और पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। वहीं बच्चे इन (Surrogate Advertising) से सीखते हुए तंबाकू और गुटखा जैसे जानलेवा पदार्थों का इस्तेमाल करके छोटी उम्र में सैकड़ों बीमारियों के शिकार बन रहे हैं और इन सबका जिम्मेदार हैं, सिर्फ और सिर्फ ऐसे विज्ञापनों का प्रचार करने वाले एक्टर्स।
इस धोखेबाजी के बाजार का विरोध करना बेहद जरुरी
इस धोखेबाजी के बाजार का विरोध करना हमारे हाथ में ही होता है और ऐसा ही होना चाहिए। आज अगर हमने कदम नहीं उठाया तो हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है। भले ही कोई करे या ना करे, याद रखिए शुरुआत हमेशा एक से ही होती है। हम साउथ ब्लॉक डिजिटल की टीम की तरफ से ऐसे हानिकारक पदार्थों के उपयोग और प्रचार दोनों की ही कड़ी निंदा करते हैं और इसका विरोध करते हैं।