Rajasthan Election 2023 : राजस्थान में अब कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग द्वारा राजस्थान में चुनाव की तारीख का ऐलान भी हो चुका है. वर्तमान में विभिन्न राजनीति पार्टियों द्वारा जमकर चुनाव प्रचार प्रदेश में जारी है. इस बार राजस्थान में एक ही फेज में सभी विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को मतदान होगा और चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. बात अगर राजस्थान भाजपा की करें तो राजस्थान भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर धक्का- मुक्की कम नहीं है. भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के 200 विधानसभा सीटों में से अब तक 124 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है. इसी बीच सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर सामने आई है कि दिल्ली भाजपा में सह – प्रभारी का प्रभार संभाल रही भाजपा नेता अल्का गुज्जर भी राजस्थान के ” बाँदीकुई विधानसभा सीट” से विधायक पद पर चुनाव लड़ना चाहती हैं. सूत्रों की मानें तो वो पार्टी से इस सीट के लिए टिकट मांग रही हैं, लेकिन उन्हें इस टिकट नहीं दिया जा रहा है.
टिकट के लिए लगातार प्रयासरत हैं अलका गुर्जर – सूत्र
सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अलका गुर्जर बाँदीकुई सीट से चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के शिर्ष नेताओं से गुजारिश कर रही हैं पर उन्हें अब तक इस दिशा में पार्टी की ओर से कोई सकारात्मक संदेश नहीं मिला है. सोचने वाली बात है कि दिल्ली भाजपा में सह – प्रभारी का पद संभाल रही अलका गुर्जर ही जब पार्टी से अपनी बातों को सकारात्मक दिशा नहीं दिलवा पा रही हैं तो राजस्थान में फिर वे नेता जो इस बार अपना टिकट कटने से नाराज चल रहे हैं उनकी बात पर कहां तक ध्यान दिया जा सकता है. दिल्ली भाजपा को लगातार मजबूती प्रदान करने में लगी अलका गुर्जर को लेकर सूत्रों का दावा है कि पार्टी ने राजस्थान में कई नए चेहरों को टिकट दिया है तो फिर अनुभवी महिला भाजपा नेता अलका गुर्जर को पार्टी टिकट नहीं दे रही है ये आश्चर्य की बात है. राजस्थान के बाँदीकुई सीट से विधायक का चुनाव लड़ने की इच्छुक अलका गुर्जर लगातार इस आशा में हैं की पार्टी उनकी बात पर ध्यान देगी और आगे आने वाले उम्मीवारों की सूची में उनका भी नाम होगा.
दिल्ली भाजपा की गलती के कारण सत्ता पर काबिज हैं केजरीवाल – सूत्र
अलका गुर्जर को राजस्थान से विधायक का टिकट न दिए जाने के मसले पर एक राजनीतिक विश्लेषक ने ये भी दावा किया कि अगर अलका गुर्जर को बाँदीकुई सीट से पार्टी द्वारा टिकट नहीं मिलता है तो ये दिल्ली भाजपा के बड़े नेताओं की भी एक प्रकार से असफलता भी होगी क्योकि दिल्ली भाजपा में अपनी पकड़ रखने वाले नेताओं के वे बयान जिसमें वे बड़े – बड़े दावे करते हैं वे खोखले से लगेंगे. सूत्रों द्वारा अलका गुर्जर को लेकर सूत्रों द्वारा दी गई इस खबर पर एक जाने माने राजनीति विश्लेषक ने कहा कि – दिल्ली भाजपा में दो टीम काम कर रही है और अपने – अपने स्वहित के कारण ही सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता पर पिछले 9 वर्षों से काबिज़ है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर दिल्ली भाजपा अपनी इस कमजोरी को दूर कर लें तो वो वर्तमान में जो दिल्ली में राजनीतिक परिदृश्य है उसे बदल सकती है.
पार्टी ने इन कई नए चेहरों को दिया है मौंका
आपको बता दे कि भाजपा ने अब तक राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्दनेजर अपने 124 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने कई नए चेहरों को टिकट दिया है जिनमें मकराना से सुमिता भींचर, बीकानेर पश्चिम से जेठानंद व्यास, चूरू से हरलाल सहारण, धरियावद से कन्हैयालाल मीणा, नाथद्वारा से विश्वराज सिंह मेवाड़, नागौर से ज्योति मिर्धा, मेड़ता से लक्ष्मण राम मेघवाल,सूरसागर से देवेंद्र जोशी, उदयपुर से ताराचंद जैन, बड़ी सादड़ी से गौतम दक आदि अन्य नेताओं का नाम शामिला है. सूत्र बताते हैं कि अगर पार्टी इन नए चेहरों पर दांव लगा सकती है तो फिर अलका गुर्जर जैसी अनुभवी नेता को पार्टी को जरूर बाँदीकुई सीट से टिकट देने में संकोच नहीं होना चाहिए.