Sourav Ganguly : ऑस्ट्रेलिया के लिए ये विश्व कप अभी तक शानदार रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच के बाद शानदार कमबैक किया। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के पहले वर्ल्ड कप के मैच मे ही भारतीय टीम से जबरदस्त हार मिली थी। भारत ने रोमांचक मुकाबले में उसे पटखनी दी थी। हालांकि, शुरुआती मुकाबलों मे उसके कुछ खिलाड़ी चोटिल भी थे। ट्रेविस हेड और ग्लेन मैक्सवेल चोटिल होने के कारण शुरुआत के कुछ मैच खेल नहीं पाए थे। हालांकि, दोनों ने वापसी की और ऑस्ट्रेलिया लगातार मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने वाली तीसरी टीम बन गई।
ऑस्ट्रेलिया की जीत में मैक्सवेल का बड़ा योगदान
पिछले मुकाबले में तो ऑस्ट्रेलिया ने जबरदस्त जीत हासिल की थी। उसने एक हारी हुई मैच में भी अफगानिस्तान को तीन विकेट से हरा दिया। इस मैच के हीरो रहे ग्लेन मैक्सवेल ने तुफानी पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम 292 रन के लक्ष्य का पीछा करते समय 7 विकेट 91 रन के स्कोर पर गंवा चुकी थी। तब मैक्सवेल ने 128 गेंदों में 21 चौके और 10 चौके की मदद से नाबाद 201 रन बनाकर कंगारू टीम को जीत दिलाई थी। मैक्सवेल की पारी इतनी खास इसलिए रही क्योंकि वो क्रैंप्स और दर्द से जूझते रहे, लेकिन फिर भी अंत तक खेलना जारी रखा और टीम को जीत दिलाई।
सौरव गांगुली ने दी अपनी प्रतिक्रिया
इस पारी को लेकर मैक्सवेल की जमकर तारीफ हो रही है। कई क्रिकेटर और पूर्व खिलाड़ी इस पारी को महानतम पारी बता रहे हैं। इसी कड़ी में एक बातचीत में सौरव गांगुली ने मैक्सवेल की पारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान उन्होनें मैक्सवेल की तारीफ जरुर की लेकिन वो इस पारी को महानतम नहीं मानते। उन्होनें कहा, “नहीं, नहीं। मैं इस पारी को वनडे प्रारूप की महानतम पारी नहीं मानता। मैंने सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की कई शानदार पारियां देखी हैं। मैंने कुछ शानदार पारियां देखी हैं। मैक्सवेल की पारी खास इसलिए है क्योंकि उनकी परिस्थिति अलग थी। वो क्रैंप्स से जूझ रहे थे। दौड़ नहीं पा रहे थे। वो पुछल्ले बल्लेबाज के साथ क्रीज पर जमे हुए थे। वो छक्के जमा रहे थे। मगर सचिन और विराट कई शानदार पारियां खेल चुके हैं।“