चुनाव आयोग के एक फैसले ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनकी ही शिवसेना को छिन लिया। दरअसल, शिवसेना को लेकर चल रहा विवाद अब सुप्रीम कोर्ट जा पहुंचा जहां चुनाव आयोग के एक फैसले ने उद्धव से उसकी शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न तीर-कमान छीनकर एकनाथ शिंदे को दे दिया है। अब चुनाव आयोग के फैसले के बाद एकनाथ शिंदे गुट के हौसले बुलंद हो गए है। वहीं दूसरी और उद्धव ठाकरे शिवसेना और पार्टी सिंबल से हाथ धो बैठे हैं। हालांकि, इस फैसले के खिलाफ उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी है। जिसके लेकर बुधवार दोपहर साढ़े 3 बजे सुनवाई होगी।
चुनाव आयोग के फैसले को रद्द करने की मांग
एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे को एक के बाद एक झटका दे रहे हैं। बता दे कि पिछले साल जहां एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के हाथ से सत्ता छीनी थी वहीं इस साल शिवसेना और पार्टी सिंबल भी छीन लिया है। चुनाव आयोग के इस फैसले से ना खुश उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट में जाने का फैसला किया है। कह सकते है कि उद्धव गुट ने चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती दी है। दरअसल, चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना माना है। आयोग ने शिंदे गुट को चुनाव चिन्ह तीर-कमान के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। उधर, उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के फैसले को रद्द करने की मांग की है।
एकनाथ की हुई शिवसेना
चुनाव आयोग के शिवसेना को लेकर किए फैसले ने एकनाथ शिंदे गुट के हौसले बुलंद कर दिए है। विधान भवन में शिवसेना के जिस दफ्तर पर कभी उद्धव ठाकरे का दबदबा होता था, वहीं सोमवार को वह भी उनके हाथ से निकल गया।