Share Market Today : भारतीय शेयर बाजार में हाल के दिनों में तेजी का माहौल है, जिसने निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। आज सोमवार, 16 सितंबर 2024 को, भारतीय शेयर बाजार ने फिर से एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) का सेंसेक्स एक नए शिखर पर पहुँच गया है, जिसमें इसका स्तर 83,184.34 अंक पर देखा गया।
इसके साथ ही एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) का निफ्टी भी नई ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचते हुए 25,445.70 अंक के स्तर को छू गया है। यह लगातार दूसरे दिन है जब भारतीय शेयर बाजार ने नई ऊंचाई हासिल की है। शुक्रवार को भी बाजार ने रिकॉर्ड लेवल पर ट्रेड किया था, और आज सोमवार को यह स्तर और ऊपर गया है।
घरेलू शेयर बाजार की चाल और महत्वपूर्ण घटनाएँ
आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद खास है। इसकी मुख्य वजह बजाज हाउसिंग फाइनेंस का IPO (Initial Public Offering) है, जो आज लिस्ट हो रहा है। इस लिस्टिंग के चलते बाजार में हलचल का माहौल है। इसके अलावा, बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक भी होने वाली है, जिसे ग्लोबल बाजारों के लिए एक बड़ा संकेत माना जा रहा है। इस बैठक के परिणाम बाजार के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि इसमें ब्याज दरों से संबंधित निर्णय लिए जा सकते हैं, जो ग्लोबल बाजारों की दिशा तय करेंगे।
बैंक निफ्टी भी आज 52,000 के ऊपर खुला है, जो एक सकारात्मक संकेत है। ओपनिंग के कुछ मिनटों में बैंक निफ्टी के 12 में से 9 शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि मेटल सेक्टर के शेयरों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली। धातु इंडेक्स में भी काफी उछाल है, जो इस बात का संकेत है कि यह सेक्टर ग्लोबल मार्केट के चलन पर काफी हद तक निर्भर करता है।
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बाजार की ओपनिंग | Share Market Today
आज बीएसई का सेंसेक्स 94.39 अंकों या 0.11% की बढ़त के साथ 82,985 पर खुला। वहीं, निफ्टी 50.15 अंकों या 0.20% की तेजी के साथ 25,406 पर ओपन हुआ। यह एक सकारात्मक संकेत है कि बाजार में तेजी जारी है, और निवेशक इस बढ़त का फायदा उठा रहे हैं। शेयर बाजार की ओपनिंग में निवेशकों का विश्वास देखने को मिला, जो कि हाल के ग्लोबल और घरेलू घटनाक्रमों पर आधारित है।
6 कोर शेयरों में ट्रेड की स्थिति | Share Market Today
आज के कारोबार के शुरुआती समय में 6 प्रमुख शेयरों में से 5 शेयरों में तेजी देखी गई। इनमें सबसे प्रमुख नाम रिलायंस इंडस्ट्रीज का है, जहां 12 रुपये की बढ़त दर्ज की गई है। वहीं, एचडीएफसी के शेयरों में सपाट कारोबार हो रहा है, जिसका मतलब है कि इस शेयर में ज्यादा हलचल नहीं है। टीसीएस (TCS) और इंफोसिस (Infosys) जैसी आईटी कंपनियों के शेयर भी बढ़त में हैं, जो आईटी सेक्टर की मजबूती को दर्शाते हैं। एलएंडटी (L&T) भी ऊपर की ओर ट्रेड कर रहा है।
हालांकि, एफएमसीजी सेक्टर में गिरावट देखी गई, खासकर एचयूएल (HUL) के शेयरों में 2.60% की गिरावट आई है। एफएमसीजी सेक्टर में यह गिरावट मुख्यतः सरकार द्वारा एडिबल ऑयल पर लगाई गई ड्यूटी से जुड़ी हो सकती है। यह ड्यूटी उपभोक्ताओं के लिए महंगाई का संकेत हो सकती है, जिससे इस सेक्टर के शेयरों पर दबाव देखा जा रहा है।
प्री-ओपनिंग ट्रेड की स्थिति
प्री-ओपनिंग के दौरान भी बाजार में सकारात्मक संकेत थे। बीएसई का सेंसेक्स 90.09 अंक या 0.11% की बढ़त के साथ 82,981 पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, एनएसई का निफ्टी भी 54.30 अंक या 0.21% की तेजी के साथ 25,410 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
निफ्टी के 50 शेयरों में हलचल
निफ्टी के 50 शेयरों में से 38 शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि 12 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। यह दर्शाता है कि अधिकांश कंपनियों के शेयरों में निवेशकों का रुझान सकारात्मक है। वहीं, बीएसई के सेंसेक्स में 30 में से 26 शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि सिर्फ 4 शेयरों में गिरावट आई।
इस तेजी के पीछे मुख्य कारणों में से एक भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और विभिन्न सेक्टर्स में आई तेज़ी मानी जा सकती है। विशेष रूप से मेटल और आईटी सेक्टर में तेज़ी का माहौल है, जिसका सीधा असर बाजार के परफॉर्मेंस पर देखने को मिल रहा है। इसके अलावा, बैंक निफ्टी का 52,000 के ऊपर खुलना भी एक महत्वपूर्ण संकेत है, जो कि भारतीय बैंकिंग सेक्टर की मजबूती को दर्शाता है।
मेटल और आईटी सेक्टर में तेजी
मेटल सेक्टर में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। इस सेक्टर की मजबूती का मुख्य कारण ग्लोबल मांग में वृद्धि और धातुओं की कीमतों में उछाल है। मेटल इंडेक्स में आई तेजी से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय मेटल कंपनियां ग्लोबल मार्केट में अपनी जगह बना रही हैं।
आईटी सेक्टर में भी बढ़त देखी गई, जिसमें प्रमुख कंपनियों के शेयर ऊपर की ओर ट्रेड कर रहे हैं। टीसीएस और इंफोसिस जैसे बड़े नामों में तेजी आई है, जिससे इस सेक्टर की मजबूती का अंदाजा लगाया जा सकता है। आईटी सेक्टर की कंपनियां ग्लोबल स्तर पर काम करती हैं, और उनके लिए डॉलर की मजबूती भी एक सकारात्मक संकेत होती है।
अमेरिकी फेड की बैठक और उसका असर
बुधवार को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इस बैठक में ब्याज दरों को लेकर फैसला लिया जा सकता है, जिसका सीधा असर ग्लोबल बाजारों पर पड़ेगा। अगर अमेरिकी फेड ब्याज दरों में बढ़ोतरी करता है, तो इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हो सकती है।
भारतीय शेयर बाजार पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि अमेरिकी बाजारों में उथल-पुथल का असर भारतीय निवेशकों की भावनाओं पर पड़ सकता है। इसलिए इस हफ्ते बाजार में हलचल बढ़ सकती है, खासकर बुधवार के बाद।
भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर से नई ऊंचाई हासिल की है, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने नए रिकॉर्ड स्तर छुए हैं। विभिन्न सेक्टर्स में आई तेजी, खासकर मेटल और आईटी सेक्टर में, बाजार की मजबूती को दर्शाती है। बैंक निफ्टी का भी 52,000 के ऊपर खुलना भारतीय बैंकिंग सेक्टर की मजबूती का संकेत है।
हालांकि, एफएमसीजी सेक्टर में गिरावट आई है, जिसका कारण एडिबल ऑयल पर लगी ड्यूटी हो सकता है। बुधवार को होने वाली अमेरिकी फेड की बैठक ग्लोबल बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकती है, और इसका असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिल सकता है।