महाराष्ट्र की राजनीति में कल बड़ा उथल-पुथल देखने को मिला जहां एनसीपी के अजित पवार ने शिंदे – फडणवीस गुट से हाथ मिला लिया। कल एनसीपी नेता अजीत पवार ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की एक बार फिर से शपथ ली तो वही एनसीपी के 8 विधायकों ने भी महाराष्ट्र में मंत्री पद की शपथ ली। इस सियासी घटनाक्रम के बाद राजनीतिक बयानबाजी का दौर लगातार जारी है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपने भतीजे अजीत पवार की बगावत को डकैती बताया है। इसी बीच पार्टी प्रमुख शरद पवार ने सतारा में आज समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को एकजुट रहने की आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने कई बातें कहीं। सतारा के कराड में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि हम सभी को एकजुट रहने की आवश्यकता है।
शरद के पार्टी के समर्थकों को किया संबोधित
बता दें कि इसके पहले शरद पवार ने यहां पर रोडशो कर अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र को जाति और धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि धार्मिक विवाद भड़काया जा रहा है। इसके साथ ही शरद पवार ने कहा कि हम महाराष्ट्र को मजबूत किए बिना नहीं रुकेंगे। महाराष्ट्र को अपनी ताकत दिखानी होगी।इस दौरान वे बीजेपी पर भी हमलावर होते हुए नजर आए। पवार ने कहा कि बीजेपी हमेशा इस तरह का खेल करती है। बीजेपी को उसी की सही जगह दिखा कर रहेंगे। बता दें कि महाराष्ट्र में कल काफी कुछ देखने को मिला जहां अजित पवार कई विधायकों के साथ महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए। बता दें कि वर्तमान में महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी की सरकार है।
अजित पवार ने ली महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की शपथ
अजीत पवार ने दूसरी बार ऐसा किया है जो बीजेपी और एनडीए की सरकार में महाराष्ट्र में शामिल हुए हैं। इससे पहले भी 2019 में उन्होंने बगावत की थी। एक बार फिर से अजीत पवार ने शरद पवार को झटका देते हुए एक तरह से पूरी पार्ट को लेते हुए शिंदे फडणवीस गुट में शामिल हो गए हैं जहां उन्होंने कल महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ एनसीपी के 8 विधायकों ने भी कल महाराष्ट्र में मंत्री पद की शपथ ली है। बता दें कि उन्होंने पार्टी पर भी अपना दावा ठोका है। इसे बीच एनसीपी में पड़ी दरार अब खुलकर सामने आ गई है।