पाकिस्तान आगामी एशिया कप की मेजबानी के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसपर अपना मत पहले ही सामने रख दिया है। बीसीसीआई ने पाकिस्तान में एशिया कप खेलने से मना कर दिया है। ऐसे में पाकिस्तान की मेजबानी छिनी जानी तय है। पिछले साल से चला आ रहा ये विवाद अभी तक बना हुआ है। पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ी और अधिकारी इसपर अपनी अपनी राय दे चुके हैं। कितने भारत को गीदड़भभकी देते नजर आए लेकिन उन सभी से बात नहीं बनी। साथ ही एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष जय शाह ने कहा था कि एशिया कप इस बार तटस्थ मैदान पर खेला जाएगा।
बीसीसीआई का हठ या आतंकवाद से निपटने का एक तरीका
इसे लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और वहां की सरकार नाखुश है। वो चाहतें हैं कि बीसीसीआई अपने हठ छोड़ दे और पाकिस्तान में खेलने के लिए सहमति जताए। BCCI के अनुसार ये हठ नहीं है अपितु आंतकवाद से निपटने का एक तरीका है। बता दें कि अगले महीने इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। उससे पहले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने बड़ा बयान दिया है।
Shahid Afridi feels that if BCCI has decided to host Asia Cup outside Pakistan, then even ICC can't do anything.#INDvsPAK pic.twitter.com/jORdQ0KaWQ
— Cric Point (@RealCricPoint) February 16, 2023
“BCCI के आगे ICC कुछ नहीं कर सकता”- शाहीद अफरीदी
अफरीदी ने ‘समा टीवी’ से बात करते हुए कहा कि बीसीसीआई ने अपने आप को काफी मजबूत बनाया है। उन्होंने कहा, ”क्या भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगा? क्या हम भारत में होने वाले वनडे विश्व कप का बहिष्कार करेंगे? मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता, लेकिन हमें किसी न किसी बिंदु पर स्टैंड लेने की जरूरत है।” अफरीदी ने आगे कहा, ”इस मामले में आईसीसी की भूमिका अहम हो जाती है। उन्हें आगे आना चाहिए, लेकिन मैं इतना कह सकता हूं कि बीसीसीआई के सामने आईसीसी भी कुछ नहीं कर सकता है।”
अफरीदी ने पीसीबी पर तंज कसते हुए कहा, ”अगर कोई अपने पैरों पर खड़ा होने में असमर्थ है तो उसके लिए इस तरह मजबूत निर्णय लेना आसान नहीं है। उन्हें बहुत सी चीजों को देखना होगा। भारत अगर आंखें दिखा रहा है, तो उसके पीछे यह बात है कि उसने खुद को इतना मजबूत बना लिया है।”