Richa Chadha: बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी मानी एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा इन दिनों अपनी हलिया रिलीज वेब सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ को लेकर लगातार सुर्खियों में छाई हुई हैं। संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज में ऋचा चड्ढा के अलावा मनीषा कोईराला, सोनाक्षी सिन्हा और अदिति राव भी लीड रोल में नजर आ रही हैं।
ऋचा ने सीरीज में लज्जो का किरदार निभाया है। कम स्क्रीन टाइमिंग के बावजूद एक्ट्रेस लोगों के दिलों में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रही हैं। अब हाल ही में ऋचा ने एक बातीचत के दौरान नोरा के महिला सशक्तिकरण वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नोरा के बयान पर सामने आया ऋचा का रिएक्शन
आपको बता दें कि हाल ही में एक मीडिया चैनल संग इंटरव्यू के दौरान जब ऋचा से नोरा फतेही की महिला सशक्तिकरण को लेकर टिप्पणी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा था कि ‘महिलाएं पालन-पोषण करने वाली होनी चाहिए’। इस पर अभिनेत्री ने कहा कि वह इस बात से पूरी तरह सहमत नहीं हैं।
ऋचा का मानना है कि महिलाओं को यह बताने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। ऋचा ने कहा, “नारीवाद के बारे में अच्छी बात यह है कि यह उन लोगों को स्वीकार करता है ,जो नारीवाद के लाभ चाहते हैं, लेकिन नारीवादी होने से इनकार करते हैं। नारीवाद की वजह से ही कोई महिला अपना करियर बना पाती है, चुन पाती है, जो मन चाहे वह पहन पाती है, वह काम करती है, जहां वह स्वतंत्र होना चाहती है। इसलिए महिलाओं के यह बताना की उन्हें क्या करना चाहिए, यह काफी गलत है।”
ऐसे शुरू हुआ था ये विवाद
गौरतलब है कि ऋचा ने आगे कहा, “सभी भूमिकाओं को लिंग भूमिकाओं के रूप में नहीं, बल्कि उन्हें एक इंसान के रूप में परिभाषित करना चाहिए। मैं इस बात से पूरी तरह सहमत नहीं हूं कि महिलाओं को ऐसा ही होना चाहिए और नारीवाद सच में बकवास है। मुझे यह सोचकर भी अजीब सा लग रहा है कि लोग ऐसे भी बयान देते हैं।”
यह सब तब शुरू हुआ जब नोरा फतेही ने एक शो में कहा था, “नारीवाद। मैं इस बकवास पर विश्वास नहीं करती। असल में, मुझे लगता है, नारीवाद ने हमारे समाज को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है…नारीवाद युग ने अब बहुत से पुरुषों का भी ब्रेनवॉश कर दिया है।”