Reliance Jio: मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। भारत में ज्यादातर लोगों के पास जियो का ही नेटवर्क हैं। यूजर्स के मामले में जियो ने एयरटेल, वोडाफोन-आईडिया को काफी पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, हाल ही में जियों के नए पैतरे से नाराज कई यूजर्स ने जियो छोड़ दिया था लेकिन उसके बावजूद जियो को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हाल ही रिलीज एक डेटा के अनुसार, टैरिफ हाइक के बाद जियो ने रेकॉर्ड कमाई की है। एवरेज रेवेन्यू पर यूजर में करीब 7.3 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।
मुकेश अंबानी के Reliance Jio को झेलना पड़ा नुकसान
खबरों की मानें तो, जियो के द्वारा बढ़ाई गई टैरिफ हाइक के बाद लोगों के बीच काफी ज्यादा नाराजगी देखने को मिली थी। रिलायंस जियो ने रिचार्ज प्लान की कीमतें बढ़ाई थीं जिससे 5जी यूजर्स काफी परेशान हो गए थे। लिहाजन इसका असर अब मुकेश अंबानी को झेलना पड़ रहा है। बढ़ी हुई कीमतों के कारण जियो के कई उपयोगकर्ताओं ने कंपनी को झटका दिया है। साल के दूसरी तिमाही में, जियो ने लगभग 1.09 करोड़ ग्राहक खो दिए हैं। यानी इतने लोग जियो को छोड़ चुके हैं।
रिपोर्टस कहती हैं कि रिचार्ज प्लान की कीमतें बढ़ाना इसके पीछे मुख्य कारण है। हालांकि, कंपनी के लिए यह गिरावट कोई बड़ी चिंता का विषय नहीं है। जब कोई कंपनी अपने टैरिफ में बदलाव करती है, तो उपयोगकर्ता अपनी वफादारी बदलते हैं, यह एक सामान्य चलन है।
जियो में अभी भी कई तरह की समस्या है बरकरार
हालांकि, रिपोर्ट की माने तो जियो में अभी भी कई समस्या बनी हुई है। रिपोर्टस का कहना है कि नेटवर्क सर्विस को लेकर आज भी लोगों की कई शिकायतें हैं जो सोशल मीडिया पर समय-समय पर देखने को मिलती रहती है। सोशल मीडिया पर लोगों के बयानों के अनुसार, कुछ लोगों का ये भी मानना है कि जियो ने बहुत ही आसानी से लोगों को बेवकुफ बनाया है और आज भारत में अपनी मोनोपॉली स्थापित कर लिया है। परिस्थिती ऐसी बना दी गई है कि यूजर्स दूसरे कंपनी में जा भी नहीं पा रहे हैं।
बेवकुफ बनाने के पीछे लोगों का तर्क ये है कि पहले मुफ्त में सर्विस दी, उसके बाद लालच देकर लोगों का दिल जीता। उसके बाद कीमत इतनी बढ़ा दी कि आज लोगों को अफोर्ड करना मुश्किल हो गया है। रिलायंस जियो पहले मुफ़्त था। फिर इसकी कीमत ₹149 थी, जिसे बढ़ाकर ₹199 किया गया, बाद में ₹239 और फिर ₹349 कर दिया गया। आइए जानते हैं कि रिलायंस ने जियो को कैसे आगे बढ़ाया?
सोशल मीडिया पर जियो को लेकर लोगों की शिकायतें
सोशल मीडिया पर Vinod Singh नाम के एक यूजर ने जियो की शिकायत करते हुए एक्स पर लिखा कि जियो ने लोगों को बेवकुफ बनाया है। उन्होनें लगातार सिग्नल के जाने को लेकर जियो को पोस्ट लिखा था। उसके अलावा एक और जियो यूजर जिनका नाम Aaraynsh है उन्होनें लिखा कि रिचार्ज खत्म होने के पांच दिन पहले से ही जियो की तरफ से 50 तरह की मैसेज आती है लेकिन रिचार्ज कराने के बाद जियो की सर्विस और नेटवर्क डाउन रहती है।
एक और Ajeet Bharti नाम के यूजर ने जियो के फाइबर को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की जहां उन्होनें नेटवर्क स्पीड धीमी होने की बात कही। Shrey नाम के यूजर ने अपनी जियो नेटवर्क की समस्या ठीक नहीं होने पर एक्स पर शिकायत की है। ऐसे कई सारे यूजर्स हैं जो जियो की सर्विस से नाराज है लेकिन वो उनकी मजबूरी भी बताते हैं।
Jio will send you 50 irrelevant messages a day and alert you 5 days early that your plan is about to expire. But when their service is down across India and everyone is confused, they don’t even send a single SMS.
— Aaraynsh (@aaraynsh) June 18, 2024
जियो कैसे बना सबसे बड़ा टेलिकॉम नेटवर्क ?
जियो से पहले जो भी बड़े Service provider थे। जैसे एयरटेल, वोडाफोन, आईडिया और बीएसएनएल। पहले इनमे से किसी से भी एक यूजर जुड़ सकता था क्योंंकि लगभग सबके packes के rate सामान ही थे। हालांकि, तब भी उनकी ही मनमनी कीमत देनी पड़ती थी। लेकिन जब जियो आया, चीजें बहुत तेजी से मार्केट में छा गया। यहां तक की एक काफी सस्ता 4जी फोन भी साथ में लॉन्च कर दिया जो और भी आसान कर दिया।
जब जियो आया तो वह एकदम free था। बस आपके पास एक 4G फोन होना चाहिए था। उस समय 3G के 1gb पैक की कीमत बहुत ही ज्यादा थी। यहां जियो 4G नेटवर्क दे रहा था और वो भी बिल्कुल फ्री। ऐसे में कई यूजर्स बहुत तेजी से जियो में शिफ्ट कर गए। अन्य कंपनियां अपनी मनमानी करते हुए डेटा पैक के साथ-साथ आपसे कॉल और टैरिफ के पैसे भी वसूल रही थी। वहीं जिओ फ्री था। इसके अलावा जियो के पीछे मुकेश अम्बानी का नाम था। लोगों ने इसके ऊपर नई कंपनी होते हुए भी भरोसा किया।
इसके पहले यूजर्स जो भी नेट यूज करते थे, चाहे वो 3जी हो या 4जी, उतनी स्पीड नहीं मिलती थी। लेकिन जियो की नेटवर्क स्पीड अच्छी थी। जिओ लगभग एक साल तक फ्री था जिससे इसने मार्केट में अच्छी पकड़ बना ली। शुरू से ही अच्छी स्कीम्स को लेकर आए जिससे ग्राहक का भरोसा इसके ऊपर बढ़ता ही चला गया। इसने बाकी सारी कंपनियों की कमर तोड़ दी और उनको बहुत नुकसान भी हुआ।
कैसे हो रहा है यूजर्स को नुकसान ?
इस तरह से जियो ने मार्केट में अपनी शुरुआत की और देखते ही देखते एक बड़ा नेटवर्क प्रोवाइडर बन गया। लेकिन रिपोर्टस की माने तो ग्राहकों को इसका बड़ा नुकसान भी हुआ। लोगों ने अपनी आदत बना ली जो टैरिफ बढ़ने के साथ-साथ नजरअंदाज होता चला गया। लोगों को पता भी नहीं चला कि जियो ने क्या कर दिया। लोगों की माने तो आज आलम ये है कि महगें रिचार्ज उन्हें परेशान तो करते हैं लेकिन वह कुछ कर भी नहीं सकते क्योंकि दूसरे की स्थिति और भी खराब है।
जियो के 5G ग्राहकों की संख्या में भारी उछाल
सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी के बावजूद जियो जबरदस्त आगे बढ़ रहा है। उसकी कमाई में वृद्धि ही देखने को मिल रही है। टेलिकॉम आंकड़ों के अनुसार, जियो के 5G ग्राहकों की संख्या में 1.7 करोड़ की वृद्धि हुई है। जियो का औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (ARPU) 181.7 रुपये से बढ़कर 195.1 रुपये हो गया है, जबकि इसके 5G ग्राहक 13 करोड़ से बढ़कर 14.7 करोड़ हो गए हैं। इसके अलावा, कुल उपयोगकर्ताओं की संख्या में गिरावट के बावजूद, जियो का शुद्ध लाभ 6,536 करोड़ रुपये रहा।
भारत की मोबाइल नेटवर्क अनुभव रिपोर्ट (अक्टूबर 2024) से पता चला है कि जियो की डाउनलोड स्पीड प्रभावशाली 89.5 Mbps तक पहुंच गई है, जो अपने प्रतिद्वंद्वियों से कहीं आगे है। एयरटेल 44.2 Mbps पर है, जबकि Vi 16.9 Mbps पर पिछड़ गया है। जियो की स्पीड एयरटेल से दोगुनी है, जो इसे स्ट्रीमिंग, गेमिंग आदि के लिए तेज़ मोबाइल इंटरनेट चाहने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए एक शीर्ष विकल्प बनाती है।
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