Ranjeet: बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकारों की बात होतो उस लिस्ट में रंजीत का नाम जरूर होता हैं। रंजीत ने अपने फिल्मी करियर में सबसे ज्यादा विलेन का रोल किया है। उनकी एक्टिंग लोगों को बेहद पसंद आती हैं। उन्होंने अपने लम्बे फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं। हाल ही में एक बातचीत के दौरान रंजीत ओटीटी कंटेंट के बारे में बातें करते दिखाई दिए। साथ ही साथ उन्होंने बॉलीवुड में आए बदलाव पर भी अपने विचार जाहिर किए।
अपने डायलॉग खुद लिखते थे रंजीत
आपको बता दें कि हाल ही में एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान रंजीत अपने पुराने दिनों को याद करते नजर आए उन्होंने बताया कि, ‘जब हम फिल्मों के लिए शूटिंग कर रहे होते थे तब हमें अपने डायलॉग के साथ सेट पर आना होता था। उन दिनों विलेन के लिए डायलॉग लिखने का रिवाज नहीं था। मैं अपने डायलॉग दृश्यों के हिसाब से तुरंत सोच लेता था और उन्हें ही बोल देता था।’
अभिनेता ने आगे कहा, ‘मेरे जितने भी डायलॉग मशहूर हुए हैं उन्हें मैंने ही लिखा है। तब सिर्फ हीरो के लिए डायलॉग लिखे जाते थे।’ रंजीत अपने संवादों के लिए मशहूर हैं। आज भी उनके डायलॉग, ‘काटो जानेमन, जितना कटोगी उतना मेरे करीब आओगी, दूर से तुम काट नहीं सकती हो और ‘चिल्लायो जितना चिल्लाना है, तुम्हारी आवाज टकरा कर तुम्हारे पास आएगी तकरा कर तुम्हारे पास आएगी’ दर्शकों को याद है।
ओटीटी को लेकर रंजीत ने कही बड़ी बात
गौरतलब है कि रंजीत हिंदी फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाने के लिए मशहूर हैं। एक ऐसा विलेन जो बड़े पर्दे पर महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाता हैं, लेकिन असल जिंदगी में रंजीत इससे काफी अलग हैं। अपने इंटरव्यू के दौरान रंजीत कहते हैं, ‘मैं कोरोना महामारी में केवल दो या तीन वेब शो देख पाया। जिनमें से एक सीरीज भारतीय था और दूसरा ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय शो था।
उसके बाद मैंने ओटीटी शो देखना बंद कर दिया। मुझे ओटीटी के कंटेट अश्लीलता और अभद्रता से भरे हुए लगते हैं। इन सीरीज की भाषा भी काफी अभद्र होती है। आप अपने परिवार और स्टाफ के सामने बैठ कर ओटीटी के कार्यक्रमों को नहीं देख सकते हैं।’