Anil Kapoor-Jackie Shroff: अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ ने 80 और 90 के दशक में लगभग 12 फिल्मों में साथ काम किया और उनकी जोड़ी को दर्शकों का हमेशा प्यार मिला है। साल 2013 में दोनों एक बार फिर स्क्रीन पर साथ नजर आए थे, जिसके बाद से ही फैंस को फिर से दोनों की जोड़ी को पर्दे पर देखने का इंतजार था। अब हाल ही में इस जोड़ी के चाहने वालों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है। दरअसल, कहा जा रहा है कि यह सुपरहिट जोड़ी एक बार फिर पर्दे पर अपनी अदाकारी का जादू बिखेरती नजर आ सकती है। खबरें हैं कि अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ बॉलीवुड में शोमैन के नाम से पॉपुलर सुभाष घई के प्रोडक्शन में बनने वाली अगली फिल्म ‘चोर पुलिस’ में मुख्य भूमिका निभाते नजर आ सकते हैं। इस खबर के आने के बाद फैंस के खुशी का ठिकाना नहीं हैं और वे बेसब्री से इस पल का इंतजार कर रहे हैं।
जैकी श्रॉफ ने अनिल कपूर संग बॉन्डिंग पर कही ये बात
एक न्यूज वेबसाइट की माने तो जैकी श्रॉफ ने बातचीत के दौरान अनिल कपूर के साथ अपनी इक्वेशन पर बात की। उन्होंने कहा, “करियर की शुरुआत में हमें भाइयों के रूप में स्वीकार किया गया था। मुझे लगता है कि ऐसा हमारी मूंछों की वजह से था। वे मुझसे एक साल सीनियर हैं। लेकिन उन्होंने ज्यादातर मेरे छोटे भाई का किरदार निभाया। असल जिंदगी में मैं उनके छोटे भाई जैसा हूं। मैं कई मामलों में उनकी सलाह लेता हूं। जैसे कि मुझे किस तरह की फ़िल्में करना चाहिए, कौन सी फ़िल्में देखनी चाहिए। फिल्म इंडस्ट्री के बिजनेस पर भी हमारी चर्चा होती है।वे हर चीज जानते हैं। हम अक्सर नहीं मिलते, लेकिन हम 80 के दशक से अब तक कलीग और दोस्त हैं’।
अनीस बज्मी ने फिल्म को लेकर कही ये बात
अनीस बज्मी ने फिल्म को लेकर बात करते हुए एक इंटरव्यू में कहा कि ‘अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ से संपर्क किया गया है। वे दोनों सुभाष घई को उतना ही प्यार करते हैं जितना मैं। मुझे यकीन है कि वे दोनों उनके लिए फिल्म के लिए तैयार हो जाएंगे। उनका हक है और प्यार है। ये वो लोग हैं जो रिश्तों को पहले रखते है। मैं अभी तक उनसे मिला नहीं हूं लेकिन मुझे यकीन है कि वे दोनों जानते हैं कि हमने उनके लिए कुछ अच्छा लिखा होगा जो फिल्म में उनके होने को सही ठहराता है।’ अनीस बज्मी ने आगे कहा, ‘मैंने अनिल कपूर के साथ बहुत काम किया है लेकिन मैंने जैकी श्रॉफ के साथ ज्यादा काम नहीं किया है। वह बहुत जिंदादिल इंसान हैं और वह जब भी मिलते हैं बहुत प्यार से मिलते हैं। मैं लंबे समय से उनके साथ काम करना चाहता था और मुझे खुशी है कि आखिरकार ये हो रहा है। सुभाष घई मेरे दोस्त के साथ मेरे गुरु हैं। मैं उनके काम और फिल्मों से प्रेरित हूं। सुभाष घई चाहते थे कि मैं फिल्म लिखूं और इसलिए मैंने किया।’