Rajyasabha : राज्यसभा उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 3 सितंबर 2024 को होने वाले चुनावों के लिए अपने 9 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। इस घोषणा में भाजपा ने अपने राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न राज्यों से उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इन चुनावों में भाजपा का ध्यान खासकर उन राज्यों पर है जहां पार्टी को मजबूत करने की जरूरत है, जैसे कि केरल, पंजाब, और हरियाणा।
भाजपा की उम्मीदवारों की सूची
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा अनुमोदित इस सूची में विभिन्न राज्यों से कुल 9 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ नेता, और हाल ही में पार्टी में शामिल हुए चेहरे भी शामिल हैं। भाजपा की इस रणनीति में विभिन्न राज्यों के आगामी चुनावों को ध्यान में रखा गया है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश से महत्वपूर्ण उम्मीदवार
राजस्थान से केंद्रीय मंत्री सरदार रवनीत सिंह बिट्टू को उम्मीदवार बनाया गया है। सरदार रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब से आते हैं, लेकिन उन्हें राजस्थान से चुनाव लड़ाने के पीछे पार्टी की रणनीति है कि वह उत्तर भारत के इस बड़े राज्य में अपने राजनीतिक पकड़ को मजबूत करे। वहीं, मध्य प्रदेश से जॉर्ज कुरियन को मैदान में उतारा गया है। कुरियन केरल के भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, और उन्हें मध्य प्रदेश से राज्यसभा में भेजने के पीछे पार्टी की सोच है कि वह दक्षिण भारतीय राज्यों में अपने पांव और मजबूत कर सके।
हरियाणा में रणनीतिक चाल
भाजपा ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस से आई किरण चौधरी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू हैं और हरियाणा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं। भाजपा को लगता है कि किरण चौधरी को राज्यसभा भेजने से आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को काफी फायदा हो सकता है। हरियाणा में भाजपा का ध्यान जातिगत समीकरणों पर भी है, और इसीलिए किरण चौधरी का नाम सूची में शामिल किया गया है।
बिहार से कुमार मिश्रा की उम्मीदवारी
बिहार से भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। यह कदम बिहार में भाजपा के कानूनी और बौद्धिक समर्थन को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
ओडिशा, महाराष्ट्र, और पूर्वोत्तर राज्यों पर भी ध्यान
ओडिशा से ममता मोहंता को उम्मीदवार बनाया गया है, जो हाल ही में राज्यसभा सदस्यता और पार्टी दोनों से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुई थीं। इसके अलावा, महाराष्ट्र से धैर्यशील पाटिल को, त्रिपुरा से राजीव भट्टाचार्जी को, और असम से मिशन रंजन दास एवं रामेश्वर तेली को उम्मीदवार बनाया गया है।
भाजपा की रणनीति
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने इस सूची को जारी करते हुए बताया कि यह उम्मीदवार पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की स्वीकृति के बाद घोषित किए गए हैं। भाजपा की रणनीति स्पष्ट है कि पार्टी न केवल राज्यसभा में अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहती है, बल्कि विभिन्न राज्यों के आगामी चुनावों को भी ध्यान में रखकर उम्मीदवारों का चयन किया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा के ये उम्मीदवार विभिन्न राज्यों में पार्टी की स्थिति को और मजबूती प्रदान करेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को इस पर गहन विचार-विमर्श किया था और इसके बाद ही उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया गया।
पंजाब और हरियाणा में राजनीतिक समीकरण
पंजाब और हरियाणा पर भाजपा की खास नजर है। पंजाब में अभी पार्टी की स्थिति मजबूत नहीं है, लेकिन राज्यसभा में प्रतिनिधित्व बढ़ाकर पार्टी वहां अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है। वहीं हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किरण चौधरी को उम्मीदवार बनाना एक रणनीतिक चाल मानी जा रही है।
3 सितंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव में भाजपा के 9 उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की यह रणनीति कैसे काम करती है। विभिन्न राज्यों के राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों का चयन किया है। पार्टी को उम्मीद है कि यह चुनावी दांव उसे न केवल राज्यसभा में बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों में भी फायदा पहुंचाएगा।