Railway Rules General Ticket Latest: त्योहारी सीजन के बीच भारतीय रेलवे ने जनरल टिकट खरीदने के नियम स्पष्ट किए हैं। कोई भी व्यक्ति बिना टिकट यात्रा नहीं कर सकता। यदि कोई यात्री बिना टिकट पकड़ा जाता है, तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है। इसलिए अधिकांश यात्री या तो पहले से आरक्षण करवा लेते हैं या जनरल टिकट लेकर सफर करते हैं। लेकिन जनरल टिकट लेने के बाद कितने समय तक यात्रा शुरू करनी होती है, इसे लेकर कई लोगों के मन में सवाल होते हैं। रेलवे ने इस संबंध में भी स्पष्ट नियम बनाए हैं।
जनरल टिकट की वैधता और क्या हैं 3 घंटे का नियम?
भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार अगर किसी यात्री को 199 किलोमीटर या उससे कम दूरी तक यात्रा करनी है, तो उसे जनरल टिकट खरीदने के बाद 3 घंटे के अंदर अपनी यात्रा शुरू करनी होगी। अगर 3 घंटे के भीतर यात्रा शुरू नहीं की गई तो वह टिकट वैध नहीं मानी जाएगी। यह नियम इसलिए लागू किया गया है ताकि कोई यात्री अपनी जनरल टिकट किसी अन्य व्यक्ति को बेच न सके और धोखाधड़ी की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
यदि यात्रा 200 किलोमीटर या उससे अधिक की हो, तो यात्री 3 दिन पहले तक भी जनरल टिकट खरीद सकता है और यात्रा शुरू कर सकता है। लेकिन 199 किलोमीटर या उससे कम की यात्रा के लिए 3 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। इसका मतलब यह है कि आपको टिकट खरीदने के बाद तुरंत अपनी यात्रा की योजना बनानी होगी। अगर 3 घंटे के भीतर यात्रा शुरू नहीं की जाती, तो टिकट न तो रद्द की जा सकती है और न ही उसमें किसी प्रकार का बदलाव किया जा सकता है।
जनरल टिकट की खरीदारी
पहले जनरल टिकट केवल रेलवे स्टेशनों के अधिकृत काउंटरों से ही खरीदी जा सकती थी, लेकिन अब तकनीकी उन्नति के चलते यह प्रक्रिया और भी आसान हो गई है। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से यात्री अब ऑनलाइन जनरल टिकट खरीद सकते हैं। यह सुविधा खासकर उन यात्रियों के लिए मददगार है, जो काउंटर पर लंबी कतारों में लगने से बचना चाहते हैं।
UTS ऐप के माध्यम से जनरल टिकट खरीदते समय कुछ शर्तें होती हैं, जैसे कि टिकट उस स्टेशन के आस-पास के क्षेत्र से ही खरीदी जा सकती है और यह केवल अनारक्षित श्रेणी के लिए लागू होती है। इससे यात्रियों को काउंटर पर जाने की आवश्यकता नहीं होती और समय की बचत होती है।
महत्वपूर्ण है ये नियम
रेलवे के ये नियम इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इससे टिकट प्रणाली में पारदर्शिता आती है। पहले जनरल टिकट का गलत उपयोग किया जाता था, जैसे कि टिकट खरीदकर अन्य लोगों को बेच देना या एक से अधिक बार उपयोग करना। रेलवे ने इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए जनरल टिकट की वैधता का समय निर्धारित किया है। इससे यात्रियों की यात्रा प्रक्रिया को अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाया जा सका है।
भारतीय रेलवे में सफर करने वाले यात्रियों के लिए यह जानना आवश्यक है कि जनरल टिकट की वैधता कब तक होती है। यह नियम यात्रियों की सुविधा और टिकट प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं। इसलिए यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इन नियमों का पालन करना चाहिए।