Rojgar Mela: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनतेरस के अवसर पर 51,000 से अधिक अभ्यर्थियों को सरकारी विभागों में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह नियुक्तियां केंद्र सरकार की “रोजगार मेला” पहल के तहत की गई हैं, जिसका उद्देश्य सरकारी नौकरियों में अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल होते हुए रोजगार मेला के माध्यम से नव-नियुक्त कर्मचारियों को संबोधित किया।
रोजगार मेला और इसका महत्व
रोजगार मेला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष पहल का एक हिस्सा है, जो पिछले दो वर्षों से देश में बेरोजगारी की समस्या को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान कर उन्हें सरकारी तंत्र का हिस्सा बनाना है। इस कार्यक्रम के तहत अब तक लाखों अभ्यर्थियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा चुके हैं। धनतेरस के अवसर पर यह आयोजन विशेष रूप से अहम माना जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे दिवाली का तोहफा बताते हुए इसे देश के युवाओं के लिए सकारात्मक परिवर्तन का संकेत बताया।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह दिवाली विशेष है क्योंकि इस बार 500 वर्षों के बाद अयोध्या में श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। उन्होंने रोजगार मेला के इस अवसर को देश के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया और कहा कि यह पहल भारत को “विकसित भारत” बनाने के संकल्प का एक हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि पिछले 10 वर्षों में रोजगार, स्वरोजगार, और स्टार्टअप के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं, जो भारत को विकास की राह पर अग्रसर कर रहे हैं।
नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि यह कार्यक्रम 22 अक्टूबर 2022 से जारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक बटन दबाकर इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। मंत्री ने बताया कि सरकार के इस पहल के कारण भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है। सरकारी विभागों में भर्ती की प्रक्रिया अब अधिक पारदर्शी बनाई जा रही है। देशभर में 40 से अधिक स्थानों पर रोजगार मेला आयोजित किया गया, जिसमें हजारों उम्मीदवारों को सरकारी विभागों में नौकरी प्रदान की गई।
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सरकारी विभागों में भर्ती
इन नियुक्तियों के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों को राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, और अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त किया गया है। रोजगार मेला के तहत नियुक्त किए गए ये अभ्यर्थी भारत सरकार की विभिन्न सेवाओं में योगदान देंगे और सरकारी तंत्र को मजबूत बनाएंगे।
शॉर्ट फिल्म का प्रसारण
रोजगार मेला के इस आयोजन के दौरान एक शॉर्ट फिल्म भी प्रसारित की गई। इस फिल्म में बताया गया कि भारत सरकार ने पिछले 10 वर्षों में रोजगार सृजन, स्टार्टअप और स्वरोजगार के माध्यम से देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। रोजगार मेला का उद्देश्य भी इसी दिशा में देश के युवाओं को रोजगार प्रदान करना है। फिल्म में यह भी दिखाया गया कि सरकार ने कैसे भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया है और सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार को कम किया गया है।
रोजगार मेला का सकारात्मक प्रभाव
रोजगार मेला के माध्यम से युवाओं को सरकारी विभागों में नौकरी प्रदान करने का यह प्रयास रोजगार में स्थिरता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस आयोजन के माध्यम से सरकारी नौकरियों में भर्ती के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार मेला के महत्व को समझाते हुए इसे युवाओं के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया और कहा कि सरकारी नौकरी के माध्यम से ये नव-नियुक्त कर्मचारी भारत के विकास में अपनी भूमिका निभाएंगे।
रोजगार मेला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करना और देश में बेरोजगारी की समस्या को कम करना है। इस पहल के माध्यम से देशभर के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे न केवल देश की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है, बल्कि एक आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम भी बढ़ रहे हैं। धनतेरस के इस शुभ अवसर पर नियुक्ति पत्र वितरण का यह आयोजन देश के युवाओं के लिए एक नई आशा की किरण साबित हो रहा है।