NPPA reduce 128 medicine prices : देश में जिस प्रकार लगातार बीमारियां बढ़ रही हैं। ठीक वैसे ही तमाम दवा के दाम में भी इजाफा हो रहा है। समय ऐसा आ गया है कि लोग बीमारी से ज्यादा उससे होने वाले खर्चों से डर रहें हैं। हालांकि अब देश में दवाओं की कीमत पर नियंत्रण रखने वाली एनपीपीए ने एक बड़ा फैसला लिया है।
राष्ट्रीय औषधि मूल्य-निर्धारण प्राधिकरण (National Pharmaceutical Pricing Authority) ने कुल 128 दवाओं के दाम पर उच्चतम मूल्यों को निर्धारित किया हैं। इससे अब ये स्पष्ट हो गया है कि तमाम दवा कंपनियां तय की गई कीमत से ज्यादा दाम में दवाइयां नहीं बेच पाएंगी। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने एक अधिसूचना जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी है।
इन दवाइयों के दामों में आई कमी
बता दें कि एनपीपीए (National Pharmaceutical Pricing Authority) ने 128 एंटीवायरल और एंटीबायोटिक दावओं के दाम संशोधित किए है। इनमें क्लेवुलेनिक एसिड, एमॉक्सिसिलिन, वैंकोमाइसिन, एंटीबायोटिक इंजेक्शन, सैल्बुटेमोल, आइबुप्रूफेन, ट्रैस्टुजुमैब और पैरासिटामॉल आदि दवाओं के नाम शामिल हैं।
अधिसूचना (National Pharmaceutical Pricing Authority) के मुताबिक, एमॉक्सिसिलिन के एक कैप्सूल की अधिकतम कीमत 2.18 रुपये हो गई है। जबकि सिट्रिजन की 1.68 रुपये, आइबुप्रूफेन की 1.07 रुपये, पैरासिटामॉल की 1.80 रुपये और मॉक्सीफ्लोक्सासिन की 22.8 रुपये अधिकतम कीमत तय की गई है। इसके अलावा एमॉक्सिसिलिन और पोटैशियम क्लेवुलानेट कॉम्बिनेशन वाली दवा के दाम 22.3 रुपये से घटाकर 16.8 रुपये कर दिए गए है।
ग्लाइमपिराइड, मेटफॉर्मिन कॉन्बीनेशन और वोग्लीबोस की एक गोली की अधिकतम कीमत 13.83 रुपये निर्धारित की गई है। इसके अलावा फेनिललीफ्राइन हाइड्रोक्लोराइड, पैरासिटामॉल, कैफीन और डाइफेनाहाइड्रामाइन हाइड्रोक्लोराइड दवा की एक गोली की अधिकतम कीमत 2.76 रुपये कर दी गई हैं।
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