कानपुर देहात से सनसनीखेज मामला सामने आया है। दरअसल, यहां सोमवार को पुलिस-प्रशासन सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटा रही थी, इसी बीच मां बेटी की झोपड़ी में जिंदा जलकर मौत हो गई। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें साफ-साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से एक महिला और उसकी बेटी खुद को झोपड़ी में बंद कर लेते है। तभी पुलिस झोपड़ी के ऊपर मौत का बुलडोजर चलावा देती है। वहीं झोपड़ी में एकदम से एक चिंगारी भीषण आग का रूप ले लेती है। इस घटना में मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस मामले में एसडीएम, लेखपाल और एसओ सहित करीब 24 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
मौत का बुलडोजर
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में एक दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां सोमवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। दरअसल, पुलिस प्रशासन की टीम ने एक परिवार की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया। इसी बीच झोपड़ी में आग लग गई जिसमें घर में बंद मां-बेटी की जलकर मौत हो गई। वहीं इस मामले को लेकर ग्रामीणों में बेहद आक्रोश देखने को मिल रहा है। हादसे में दोनों मृतकों को बचाने में पति कृष्ण गोपाल बुरी तरह झुलस गए। इस मामले में करीब 24 लोगों पर एफआईआर दर्ज करवा दी गई है। प्रशासन के द्वारा मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। इस मामले को लेकर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। वीडियो में आप देख सकते की किस तरह महिला अपनी बेटी के साथ आग में झुलस कर मर गई। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस इस घटना का दूर से हाथ पर हाथ रखकर देख रही थी।
अफसरों ने भागकर अपनी जान बचाई
मैथा तहसील के मड़ौली गांव में मां प्रमिला दीक्षित (41) और बेटी नेहा (21) की मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासनिक अफसरों को दौड़ा लिया। अफसरों ने भागकर अपनी जान बचाई। देर रात तक बवाल चलता रहा। परिजनों की शिकायत पर एसडीएम मैथा ज्ञानेंश्वर प्रसाद, रुरा एसएचओ दिनेश गौतम, लेखपाल अशोक सिंह समेत 40 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
पीड़ित परिवार से अधिकारियों ने की मुलाकात
बता दें, घटना की जानकारी मिलने के बाद कानपुर कमिश्नर, एडीजी और आईजी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने पीड़ित परिजनों को सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद योगी सरकार में राज्यमंत्री भी मौके पर पहुंच गईं. इस कार्रवाई को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए