Narendra Modi : केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों पर नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर खुल कर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा की केंद्रीय जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। आगे उन्होंने कहा की मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए पहले से ही कानून बनाया गया है। विपक्ष इतने सालों से इसका उपयोग नहीं कर रही थी तो इसमें मेरी या बीजेपी सरकार की क्या गलती है। मोदी ने जांच एजेंसी को लेकर विपक्ष के द्वारा लगाए गए सारे आरोपों को ख़ारिज कर दिया हैं।
तमिलनाडु के एक मीडिया चैनल को दिए अपने ताजा इंटरव्यू में पीएम ने कहा कि ‘न तो हम जांच एजेंसियों के काम में बाधा डालते हैं और न ही उनकी कार्रवाई में कोई दखल देते हैं। वे निष्पक्ष और स्वतंत्र तौर पर जांच करती हैं। ईडी मौजूदा समय में करीब 7000 से अधिक मामलों में जांच कर रही है। जिनमें से 3 प्रतिशत से भी कम मामले राजनीति से जुड़े हैं। जांच एजेंसी बीजेपी के कार्यकाल में अभी तक 2200 करोड़ से अधिक रुपये को जब्त कर चुकी है। परन्तु यही ED पिछले सरकार के शासन काल में मात्र 35 लाख रूपये ही जब्त कर पाई थी। इसमें साफ़ पता चलता है की किसकी सरकार निकम्मी और देशवाशियों का शोषण करने की सरकार थी।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि देश में पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) पहले से मौजूद है, लेकिन उन्होंने (विपक्ष) इसका इस्तेमाल ही नहीं किया। उन्होंने न्यायपालिका का हथियार की तरह इस्तेमाल किया क्योंकि उन्हें पता है कि मोदी की भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकेगी। उन्हें (विपक्ष) लगता है कि वे अदालतों के जरिए इन संस्थाओं को रोक सकते हैं।’ आगे उन्होंने कहा की विपक्ष वाले हमेशा ये आरोप लगाते रहते है की ED मोदी के इशारों पर काम करती है तो मैं उनको बता दू की ‘जांच एजेंसियों के मामला दर्ज करने की प्रक्रिया पहले जैसी ही है और सत्ता में कौन है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। विभिन्न विभाग पहले मामला दर्ज करते हैं और उसके बाद ही ईडी कार्रवाई करती है।