World Vegan Day : हर वर्ष 01 नवंबर को वर्ल्ड वीगन डे मनाया जाता हैं, जिसकी शुरुआत साल 1994 में यूके वेगन सोसाइटी के अध्यक्ष द्वारा की गई थी। ज्यादातर लोग फिट रहने के लिए इस डाइट को फॉलो करते है, जिसे कुछ लोग शाकाहारी डाइट भी मानते हैं लेकिन बता दें कि वीगन डाइट और शाकाहारी डाइट में बहुत बड़ा अंतर है। इस डे को मनाने और डाइट को अपनाने का मुख्य उद्देश्य है, शाकाहार के महत्व को बढ़ावा देना और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना।
वीगन डाइट में शाकाहार को तो शामिल किया ही जाता है लेकिन डेयरी प्रोडक्ट और पशु या उनके द्वारा दिए गए दूध से बनी चीजे इस डाइट में नहीं खाई जाती हैं। इस डाइट को एक संपूर्ण आहार माना जाता है क्योंकि इसमें हरी सब्जियां, फल और नट्स खाएं जाते हैं, जिसमें फाइबर, विटामिन, मैग्नीशियम और कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। बता दें कि इस डाइट में दूध, दही, पनीर, खोया, बटर, शहद का सेवन नहीं किया जाता है। दुनियाभर में आज इसे सबसे अच्छी डाइट माना जा रहा है, क्योंकि ये शरीर को फिट और स्वस्थ रखने में मददगार साबित होती है। इस डाइट को फॉलो करने वाले लोग ऐसी कोई भी चीज नहीं खाते जिससे जानवर को नुकसान पहुंचता है।
वीगन डाइट के फायदे और नुकसान
वीगन डाइट को फॉलो करने से शरीर में बॉडी मास इंडेक्स (BMI) कम होता है, जिससे बहुत जल्दी वेट लॉस होता है। इसके अलावा डाइट को फॉलो करने से ब्लड शुगर कंट्रोल होता है और हार्ट से संबंधी बीमारी होने का खतरा भी कम हो जाता है। इसके साथ ही बच्चों के लिए, प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए वीगन डाइट बहुत फायदेमंद होती है।
आयरन और कैल्शियम की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए वीगन डायट नुकसान दायक है। इसके अलावा अंडरवेट लोग और प्रेग्नेंट महिलाओं को यह डायट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लेनी चाहिए, वरना ये उनके और उनके बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
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