Jagdeep Dhankhar: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर पक्षपात का आरोप लगा है। इसको लेकर विपक्ष ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। दरअसल, कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक ने धनखड़ पर पक्षपातपूर्ण और ‘पक्षपातपूर्ण कार्यप्रणाली’ का आरोप लगाया है। विपक्ष ने दावा किया कि वह सदन की कार्यवाही के दौरान सत्ता पक्ष का पक्ष लेते हैं। विपक्ष की आवाज दबाते हैं।
गौरतलब है कि यह प्रस्ताव उस समय पेश किया गया जब संसद के दोनों सदनों में भाजपा ने कांग्रेस नेताओं पर अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस के साथ मिलकर देश को अस्थिर करने का आरोप लगाया। इन आरोपों पर दोनों सदनों में हंगामा हुआ, जिसके चलते कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई।
नोटिस पर करीब 60 विपक्षी सांसदों के हस्ताक्षर
अगस्त में संसद के मानसून सत्र के दौरान भी विपक्ष ने सभापति के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया था। लेकिन उस समय पर कार्रवाई ना करने का फैसला किया गया था। गौरतलब है कि कांग्रेस को आरजेडी, टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई (एम), जेएमएम, आप और डीएमके का साथ मिला है।
नोटिस पर करीब 60 विपक्षी सांसदों के हस्ताक्षर हैं। मालूम हो कि इंडिया ब्लॉक के कई नेता सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ असंतोष जता चुके हैं। इसके अलावा विपक्ष उन पर क्षपातपूर्ण रवैया दिखाने का आरोप लगा रहा है।
उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए प्रस्ताव पेश
बता दें कि यह अविश्वास प्रस्ताव संविधान के अनुच्छेद 67 (बी) के तहत पेश किया गया है। उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए प्रस्ताव पेश करने के लिए न्यूनतम आवश्यक संख्या 50 है। हालांकि, इस खंड के प्रयोजन के लिए कोई संकल्प तब तक प्रस्तुत नहीं किया जा सकता, जब तक कि संकल्प प्रस्तुत करने के आशय की कम से कम 14 दिन की सूचना न दी गई हो। इसी बीच राज्यसभा की कार्यवाही 11 दिसंबर तक स्थगित हो गई है।
ये भी पढ़ें: Rajyasabha : भाजपा ने आगामी राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम किए घोषित