सूडान के हालत इस वक्त काफी गंभीर है। पिछले करीब 12 दिनों से अफ्रीकी देश सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जंग जारी है। इस बीच अलग अलग देशों के लोग जंग के बीच फंस गए हैं। बड़ी संख्या में भारतीय भी इस वक्त सूडान में फंसे हुए हैं और वो भारत वापसी के इंतेजार में हैं। इस दौरान भारत सरकार संकग्रस्त सूडान से भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकालने में जुटी है, जिसके लिए एक ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है। इसे नाम दिया गया है ‘ऑपरेशन कावेरी’।
798 भारतीय नागरिक सूडान से निकाले गए
इस ऑपरेशन के तहत अब तक कुल 798 भारतीयों नागरिकों को सूडान से निकाला जा चुका है। गुरुवार को भारतीय वायुसेना का एक C-130J मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट 128 भारतीयों को लेकर जेद्दा पहुंचा। वहीं, इससे पहले बीती रात एक कॉमर्शियल फ्लाइट के माध्यम से 360 नागरिक जेद्दा से दिल्ली पहुंचे थे।
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पहला जत्था दिल्ली पहुंचने के बाद इन लोगों ने भारत माता, नरेंद्र मोदी, इंडियन एयरफोर्स जिंदाबाद के जमकर नारे लगाए। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इन सभी भारतीय नागरिकों का दिल्ली लौटने पर स्वागत किया। उन्होंने बताया कि पहली उड़ान में 360 भारतीय नागरिक स्वदेश लौट आए हैं। सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए पहले उन्हें सऊदी अरब के शहर जेद्दा ले जाया जा रहा है। इसके बाद वहां से स्वदेश वापसी हो रही है।
इस तरह चलाया जा रहा है ‘ऑपरेशन सूडान’
गौरतलब है कि ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत अपने नागरिकों को सूडान की राजधानी खार्तूम और अन्य संकटग्रस्त इलाकों से बसों के जरिए पोर्ट सूडान तक ले जा रहा है। यहां से भारतीय वायुसेना के विमानों और नौसेना के जहाजों के माध्यम से भारतीयों को सऊदी अरब के शहर जेद्दा ले जाया जा रहा है। आपको बता दें कि खार्तूम और पोर्ट सूडान के बीच की दूसरी लगभग 850 किलोमीटर है।