NIA raid in Bihar: बिहार के दरभंगा से बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इससे जुड़े लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। यूपी, पंजाब और गोवा जैसे अन्य राज्यों में एक राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत, एनआईए की टीमों ने मंगलवार सुबह करीब 4 बजे बिहार के दरभंगा और मोतिहारी जिलों में छापेमारी शुरू की। बिहार में पीएफआई पर हुए हमले ने एक बार फिर हंगामा खड़ा कर दिया है।
बिहार, यूपी समेत इन राज्यों में एनआईए की छापेमारी
प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कैडरों के खिलाफ ताजा कार्रवाई में राष्ट्रीय जांच एजेंसी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, गोवा और पंजाब के लुधियाना में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर तलाशी ले रही है।
बिहार में डेंटिस्ट डॉ सारिक रजा पर एनआईए का शिकंजा
एनआईए दरभंगा के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के उर्दू बाजार नीम चौक स्थित दंत चिकित्सक डॉ. तारिक रजा के घर की तलाशी ले रही है। दावा किया जा रहा है कि चार सदस्यीय दस्ते ने तड़के चार बजे डॉक्टर के घर का घेराव किया। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। घर में किसी को भी निकलने की इजाजत नहीं दी गई है।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की आतंकी फंडिंग व अन्य गतिविधियों के चलते पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। गृह मंत्रालय ने यूएपीए एक्ट के तहत इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया है। PFI के अलावा उनके सहयोगी संगठन रिहैब इंडिया फाउंडेशन, कैंप, फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन, नेशनल वूमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन(केरल) पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
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एनआईए की छापेमारी के दौरान एसडीपीआई प्रमुख फरार
उधर, पिछले दिनों जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे SDPI (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के जिला सचिव महबूब आलम की दूसरी टीम सुबह सवा चार बजे सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव पहुंची। छापेमारी के दौरान महबूब आलम नमाज पढ़ने के लिए गया था, जिस कारण वह फरार हो गया। बताया जा रहा है कि महबूब आलम के फोन को टीम ने जब्त कर लिया है।