New year Celebration : भारत में प्रत्येक धर्म, समुदाय और पंथ के लोग रहते हैं। विभिन्न धर्मों में नए साल की शुरुआत अलग-अलग दिन के साथ होती है। आमतौर पर दुनियाभर में 1 जनवरी को नया साल (New year Celebration) मनाया जाता हैं। लेकिन भारत में एक वर्ष में कई बार नया साल मनाया जाता है।
सोलर कैलेंडर सिस्टम, अनाज के कटने के मौके पर, संस्कृति और परंपराओं के आधार पर देश में नए साल (New year Celebration) का जश्न अलग-अलग तारीख मनाया जाता हैं। विविधताओं वाले देश भारत में कब, कहां और कैसे नया साल मनाया जाता है। आज हम आपको इसी के बारें में बताएंगे।
अंग्रेजी कैलेंडर या ईसाई धर्म के कैलेंडर के मुताबिक, पूरी दुनिया में 1 जनवरी को नया साल मनाया जाता हैं। इस दिन (New year Celebration) लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ पार्टी कर के नए साल का जश्न मनाते है।
हिन्दू धर्म, में नववर्ष या नवसंवत्सर की शुरुआत चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा तिथि को होती हैं। मान्यता के अनुसार, इस दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। इसलिए इस दिन (New year Celebration) से विक्रम संवत के रूप में नए साल की शुरुआत होती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, ये तिथि मार्च या अप्रैल माह में आती हैं।
मराठी नव वर्ष की शुरआत चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा तिथि से होती हैं। महाराष्ट्र में नए साल (New year Celebration) को गुड़ी पाड़वा या मराठी-पाडवा के नाम से मनाया जाता है।
आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा तिथि को उगादि के तौर पर मनाया जाता हैं। दक्षिण भारत के इन राज्यों में नए साल (New year Celebration) की शुरुआत उगादि से होती है।
कश्मीर में नवरेह नव चंद्रवर्ष के रूप में नया साल मनाया जाता हैं। बता दें कि यह पर्व चैत्र नवरात्र के पहले दिन मनाया जाता है। कश्मीरी पंडित इस दिन (New year Celebration) को बड़े ही हर्ष-उल्लास के साथ मनाते हैं।
केरल में विषु पर्व को नववर्ष के रूप में मनाया जाता हैं। जबकि तमिलनाडु में इस पर्व को बिसु परबा के नाम से जाना जाता हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक, ये पर्व (New year Celebration) अप्रैल माह में आता है।
हरियाणा और पंजाब में बैसाखी के त्योहार पर नए साल का जश्न मनाया जाता हैं। सिखों का नव वर्ष (New year Celebration) अप्रैल माह की 13 या 14 तारीख को पड़ता है।
असम में बिहू के पर्व के दिन नए साल (New year Celebration) की शुरुआत होती हैं। इस दिन असम में नए साल का जश्न मनाया जाता है।
पारसी समुदाय में नवरोज पर्व के दिन नए साल (New year Celebration) का जश्न मनाया जाता हैं। पारसी में नवरोज को न्यू ईयर भी कहा जाता है। इस पर्व को पारसी लोग बड़े धूमधाम से मनाते हैं।
गुजरात के कच्छ क्षेत्र में कच्छी समुदाय द्वारा आषाढ़ी बीज के पर्व के दिन से नए साल का आगाज होता है। इसी दिन (New year Celebration) से ये लोग नए साल की शुरआत मानते हैं।
हिजरी कैलेंडर के मुताबिक, इस्लाम धर्म में मुहर्रम के पहले दिन नए साल (New year Celebration) का जश्न मनाया जाता हैं।