Nana Patekar: बॉलीवुड इंडस्ट्री के बेहतरीन अभिनेता नाना पाटेकर आए दिन सुर्खियों में छाए रहते हैं। नान पाटेकर अक्सर दिए हुए अपने बयानों को लेकर लाइमलाइट में छा जाते हैं। नाना पाटेकर ने अपने करियर में कई शानदार फिल्मों में काम किया है और लोग आज भी उनकी एक्टिंग को बेहद पसंद करते हैं।
अभिनेता अपनी एक्टिंग के साथ साथ अपने बेबाक अंदाज के लिए भी काफी चर्चा का केंद्र बनें रहते हैं। हाल ही में एक बातचीत के दौरान नाना पाटेकर ने मशहूर निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ अपने मतभेदों पर खुलकर बात की है। इस दौरान उन्होंने ‘खामोशी’ फिल्म के सेटर पर हुए एक घटना का भी जिक्र किया।
संजय लीला भंसाली संग मतभेद को लेकर की बात
हाल ही में एक मीडिया चैनल संग इंटरव्यू के दौरान नाना पाटेकर ने बताया कि सेट पर हुए विवादों ने दोनों के बीच दरार पैदा कर दी। उन्होंने कहा कि यह एक सीन को लेकर रचनात्मक बहस थी, जो विवाद बन गई। इस दौरान अभिनेता ने कहा कि सिर्फ एक बहस नहीं थी, फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों में कई बार बहस हुई थी।
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इस बीच अभिनेता ने स्वीकार किया कि वह अपने गुस्से की समस्या से उबर नहीं पाए हैं। बता दें कि नाना पाटेकर और संजय लीला भंसाली ने साल 1996 में रिलीज हुई फिल्म ‘खामोशी: द म्यूजिकल’ में साथ काम किया था और इस फिल्म के बाद से ही दोनों के बीच मदभेद हो गया था।
इस सीन को लेकर हुआ था विवाद |Nana Patekar|
फिल्म के एक सीन में नाना पाटेकर अपनी पत्नी की तरफ पीठ कर पत्ते खेल रहे थे। इस सीन में उनकी पत्नी को दिल का दौरा पड़ता है। इस सीन को लेकर पाटेकर ने कहा कि संजय को उम्मीद थी कि वह पलट जाएंगे, लेकिन उनका कहना था कि उनकी पीठ के पीछे क्या हो रहा है ये उन्हें कैसे पता चलेगा। इस बात पर विवाद काफी बढ़ता चला गया।
अपनी बात को विराम देते हुए उन्होंने कहा कि इसके बाद से संजय ने उनके साथ फिर काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि रिश्ते काम से बढ़कर होने चाहिए, पेशेवर संबंध खत्म हो जाने के बाद भी उनकी दोस्ती बनी रहनी चाहिए थी। नाना पाटेकर ने इसमें आगे जोड़ते हुए कहा कि फिल्में आती-जाती रहती हैं, लेकिन यादे हमेशा साथ रहती हैं।