MP Crime: मध्य प्रदेश के रीवा नगर निगम कार्यालय में घूसखोरी के आरोप में एक युवक ने फांसी लगाने का प्रयास किया। इस हादसे की सूचना मिलते ही अधिकारी और कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और आनन-फानन में युवक को फांसी के फंदे से उतारा और एंबुलेंस से संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया।
5 हजार रुपये रिश्वत के कारण लगाई फांसी
खबरों के मुताबिक, नगर निगम की योजना का फायदा उठाने के लिए युवक से 5 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। इससे नाराज होकर युवक ने आत्महत्या का प्रयास किया। आत्महत्या का प्रयास करने वाला युवक 50,000 रुपए का उधार लेना चाहता था। उसने इसके लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का फार्म भरा था। इस कार्यक्रम के तहत उसे कर्ज मिलना था। हालांकि युवक का दावा है कि अधिकारियों व कर्मचारियों ने फार्म जमा करने के एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी। उसके बाद से गरीब युवक निराश हो गया और नगर निगम के चक्कर लगाता रहा। लेकिन किसी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। थक हारकर युवक ने फांसी लगाने की ठान ली और एक गमछा खरीदा, फिर फांसी के फंदे पर चढ़ गया।
ठेकेदार ने बचाई जान
युवक तेज भान साकेत फंदे पर झूला तो पास खड़े किसी व्यक्ति ने उसे तुरंत बचा लिया। रक्षक एक ठेकेदार के रूप में काम करता है। वह वहां कंस्ट्रक्शन का काम करता है। डॉक्टरों ने बताया कि अगर एक सेकंड की देरी होती तो पीड़ित की जान भी जा सकती थी।