Mohit Raina: टीवी इंडस्ट्री एक्टर मोहित रैना आज के समय किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। मोहित ने अपनी एक्टिंग के दम पर फैंस की दिलों में एक खास जगह बनाई हैं। मोहित रैना को सीरियल ‘देवों के देव महादेव’ और ‘महाभारत’ में दमदार एक्टिंग के बाद घर-घर पहचान मिली थी। 2019 की फिल्म, ‘उरी – द सर्जिकल स्ट्राइक’ में ‘मेजर करण कश्यप’ के किरदार निभाने के लिए भी उन्हें बेहद पसंद किया गया था।
मोहित ने बॉलीवुड फिल्मों के अलावा ओटोटी वेबसीरीज में भी दमदार काम किया है। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान मोहित ने शो के साथ अपने आध्यात्मिक संबंध और फैंस के रिएक्शन सहित कईं चीजों के बारे में बात की थी। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा वाकया बताया जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
भगवान शिव के किरदार से Mohit Raina को मिली थी पॉपुलैरिटी
आपको बता दें कि हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान मोहित रैना ने बाताया कि, “2017 में, जब मैंने फैंस के साथ बातचीत शुरू की, तो एज ग्रुप बहुत अलग था। बच्चे मुझसे कहते थे, ‘अंकल आप बहुत अच्छे लगते हैं’, यंगस्टर्स मुझसे कहते थे, ‘आप सेक्सी दिखते हैं’, महिलाएं मुझसे कहती थीं, ‘आपने बहुत अच्छा काम किया, आप सुंदर दिखते हैं’ और दादी-नानी मुझे आशीर्वाद देती थीं।
कुछ सेलेब्स ऐसे होते हैं जिनके साथ आप तस्वीर क्लिक कराना चाहते हैं और कुछ ऐसे भी सेलेब्स होते हैं जिनसे आप सिर्फ मिलना या हाथ मिलाना चाहते हैं। मुझे लगता है, मैं दूसरी कैटेगिरी का था। मैं भाग्यशाली महसूस करता हूं कि मुझे चुना गया।
जब एक बूढ़ी औरत ने छुए थे Mohit Raina के पैर
एक बार, बहुत टाइम पहले, एक बूढ़ी औरत ने मेरे पैर छुए। मैंने उन्हें ये कहते हुए रोकने की कोशिश की, ‘आप मेरी दादी की उम्र की हो।’ इस पर उन्होंने बहुत प्यारी बात कही थी। उन्होंने कहा था, ‘तुम्हें मुझे रोकने का अधिकार नहीं है। तुम यह मत सोचना कि मैं तुम्हारे पैर छू रही हूं। आप माध्यम हैं। इसलिए आप मुझे मत रोकिए और उसके साथ मेरे आध्यात्मिक कनेक्शन के 5-10 सेकंड भी मत लीजिएग। तो मुझे लगता है, मैंने उस स्पेशल मोमेंट को समर्पित कर दिया’।
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‘देवो के देव: महादेव’ शो मिलने के दिन ही मोहित ने अपने पिती को खो दिया था
मोहित आगे बताते हैं कि उनके पिता महादेव के भक्त थे। इसलिए ये शो उनके लिए उनके पिता की ओर से एक उपहार की तरह था। जिस दिन मुझे शो के लिए कन्फर्म किया गया, उसी दिन मैंने अपने पिता को खो दिया। मुझे लगता है कि यह मेरे लिए उनका गिफ्ट था। यह एक संयोग नहीं हो सकता। और मुझे अपना बेस्ट देना पड़ा क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि यह उनका उपहार है। मैंने इसमें अपना दिल और आत्मा लगा दी थी।