ICC World Test Championship : आईसीसी ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के आयोजन की शुरुआत 2019 में की थी। इसके पहले चक्र में कुल 61 मैच खेले गए थे और पहले चक्र में भारत को फाइनल में न्यूजीलैंड के हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद दूसरा चक्र का फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था, जिसमें एक बार फिर से भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इसे रोमांचक बनाने के लिए आईसीसी ने ऐसी चैंपियनशिप की नींव रखी थी लेकिन अब इसे कई पूर्व दिग्गजों द्वारा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज मार्क बुचर को लगता है कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप को फायदे की बजाय नुकसान ज्यादा पहुंचाया है।
मार्क बुचर ने की WTC की आलोचना
मार्क बुचर ने विजडन क्रिकेट के साप्ताहिक पॉडकास्ट पर कहा,”मुद्दा यह है कि आपकी द्विपक्षीय सीरीज को प्रशंसकों और उसमें खेल रहे दो देशों के खिलाड़ियों की कल्पना पर हावी होना होगा और फिर व्यापक क्रिकेट देखने वाले लोगों की। और इसका एकमात्र तरीका यह है कि वे प्रतिस्पर्धी हों और यह हमेशा से ऐसा ही था।”
बुचर ने कहा,” पहले टेस्ट मैच श्रृंखलाएं होती थी और प्रत्येक मैच अपने आप में महत्वपूर्ण था। विचार यह है कि आप पूरी चीज को तीन साल तक विस्तारित करते हैं। मुझे लगता है कि इसे प्रासंगिक बनाए रखने के लिए जो एकमात्र प्रयास किया गया है, उसने इसे और बदतर बना दिया है।”
घरेलू टी20 लीग के मद्देनजर बुचर का यह बयान से आया भूचाल
गौर करने वाली बात ये है कि घरेलू फ्रेंचाइजी टी20 लीग ‘एसए20’ के चलते दक्षिण अफ्रीका ने हाल ही में न्यूजीलैंड में टेस्ट श्रृंखला के लिए एक कमजोर टीम की घोषणा की है। क्योंकि उसके शीर्ष क्रिकेटरों ने उस लीग के लिए टीमों के साथ अनुबंध किया है और इन दोनों प्रतियोगिताओं की तारीखें टकरा रही हैं। हालांकि, ऐसा ही एक बयान ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ द्वारा व्यक्त की गई थी जिन्होनें हाल ही में पारंपरिक टेस्ट क्रिकेट मानदंडों से हटकर टीम चयन विकल्पों के लिए आईसीसी और बीसीसीआई सहित क्रिकेट बोर्डों की आलोचना की थी।