दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बार सिसोदिया की होली दिल्ली के तिहाड़ जेल में मनने वाली हैं। जी हां, नई आबकारी नीति में घोटाले के आरोप में फंसे मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट ने 20 मार्च तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके बाद अब सिसोदिया को तिहाड़ जेल जाना पड़ेगा।
दरअसल, सोमवार को एक बार फिर मनीष सिसोदिया की पेशी राउज एवेन्य कोर्ट में हुई। आज इनकी रिमांड अवधि खत्म हो रही थी। इससे पहले 4 मार्च को अदालत ने सिसोदिया की रिमांड को दो दिन के लिए यानी 6 मार्च तक बढ़ा दिया था। इसके बाद ही उन्हें आज पेश किया गया।
जेल में इन चीजों को रखने की इजाजत
कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को विपश्यना (मेडिटेशन) सेल भेजा है। तिहाड़ जेल में इनको डायरी, पैन, भगवत गीता और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दवाईयां रखने की अनुमति दी गई है। सुनवाई के दौरान सीबीआई ने सिसोदिया को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी। CBI ने कोर्ट में कहा कि हम अब पुलिस हिरासत की मांग नहीं कर रहे हैं, लेकिन भविष्य में इसकी मांग कर सकते हैं। आरोपी व्यक्ति का आचरण सही नहीं है। गवाहों को ऐसा संदेह हैं कि उनको निशाना बनाया जा सकता है।
सीबीआई ने क्या कुछ कहा?
सुनवाई के दौरान CBI ने ये भी कहा कि वो गवाहों को डरा-धमका रहे हैं और कार्यवाही को राजनीतिक रंग देने के प्रयासों में जुटे हैं। CBI ने कहा कि हमें कोर्ट के द्वारा वॉरंट जारी किया गया, तब ही हमने छापेमारी की थी। अब तक इस मामले में जो भी कार्रवाई हुई है वो सबकुछ कोर्ट के संज्ञान में ही है। समस्या तो इस बात की है कि क्यों इस मामले को इस तरह से दिखाया जा रहा है कि सीबीआई अवैध काम कर रही है।
आपको बता दें कि शराब घोटाले के इस मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी 26 फरवरी को हुई थी। अब इन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। हालांकि इस बीच सिसोदिया की जमानत याचिका पर भी 10 मार्च को सुनवाई की जानी है। तब इन्हें कोई राहत मिल पाती है या नहीं, ये देखने वाली बात होगी।