राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के खास मौके पर आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के रीवा पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने 2300 करोड़ के रेल प्रोजेक्ट्स के साथ ही 7853 करोड़ रुपये की नल-जल योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने 30 लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित भी किया। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर पंचायतों से भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, पूज्य बापू कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को अनसुना किया। 90 के दशक में पंचायती राज के नाम पर खानापूर्ति की। गांव के लोगों को बांटकर राजनीतिक दलों ने अपनी दुकानें चलाईं।
‘विकास के लिए तिजोरी खोल दी’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने गांवों के साथ बड़ा अन्याय किया। ये सरकारें गांव के लिए पैस खर्च करने से बचती थीं। गांव अपने आप में कोई वोट बैंक तो था ही नहीं, इसीलिए उन्हें नजरअंदाज किया जाता था। वहीं हमारी सरकार ने विकास के लिए तिजोरी खोल दी। 2014 के बाद से देश ने पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया। 2014 से पहले पंचायतों के लिए वित्त आयोग का अनुदान 70 हजार करोड़ से भी कम था, जो बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया। 2014 से पहले के 10 साल में केंद्र सरकार की मदद से 6 हजार के आसपास पंचायत भवन बनवाए गए थे। हमारी सरकार ने 8 साल के अंदर 30 हजार से ज्यादा नए भवन बनवा दिए हैं।
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‘पहले सरकार का पैसा बीच में ही लूट लिया जाता था’
सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिवराज सरकार के काम की प्रशंसा की और साथ ही छिंदवाड़ा के विकास की बात करते हुए कमलनाथ पर निशाना साधा है। पीएम ने कहा कि जिस दल की सरकार ने देश में सबसे ज्यादा शासन किया, उसने ही गांव का भरोसा तोड़ दिया। आगे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गांव के ज्यादातर लोगों के पास पहले बैंक खाता नहीं था, बैंक सुविधा नहीं थी। सरकार का पैसा बीच में ही लूट लिया जाता था। हमने जनधन योजना चलाकर गांव के 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुलवाए। देश के गांवों को बैंकों की ताकत मिली तो लोगों की मदद हो रही है।