Thursday, September 19, 2024
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Kolkata ट्रेनी डॉक्टर रेप और मर्डर केस, सीबीआई पर उठते सवाल, TMC ने भाजपा को घेरा

Kolkata : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर के मामले ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। इस संवेदनशील और भयानक अपराध की जांच सीबीआई के हाथों में सौंपे जाने के बावजूद इस मामले में देरी और जांच प्रक्रिया में लापरवाही ने सभी का ध्यान खींचा है। हाल ही में इस केस की सुनवाई के दौरान अदालत ने सीबीआई की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए।

अदालत की सख्त टिप्पणी

कोलकाता की एक अदालत में इस केस की सुनवाई के दौरान, सीबीआई के जांच अधिकारी और वकील की गैर-हाजिरी पर अदालत ने नाराजगी जाहिर की। जब केस की सुनवाई के लिए दोनों ही उपस्थित नहीं थे, तो अदालत ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह न्याय प्रक्रिया के प्रति सीबीआई की उदासीनता को दर्शाता है। सीबीआई के वकील के 40 मिनट देर से पहुंचने और जांच अधिकारी के गायब रहने के बाद, अदालत ने तंज करते हुए कहा, “क्या हमें मुख्य आरोपी को जमानत देनी चाहिए?” यह एक संकेत था कि अदालत इस तरह के गंभीर मामलों में एजेंसी की सुस्ती को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।

आरोपी की न्यायिक हिरासत | Kolkata 

सीबीआई की लापरवाही और देरी के बावजूद अदालत ने आरोपी रॉय को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह फैसला सुनाते समय अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं और अंततः आरोपी को जेल भेजने का निर्णय लिया।

तृणमूल कांग्रेस का भाजपा पर हमला | Kolkata 

इस अदालती घटनाक्रम के बाद बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भाजपा और सीबीआई पर तीखा हमला बोला। तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा को निशाने पर लेते हुए सीबीआई की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए। तृणमूल ने इस घटना को ‘न्याय की अवहेलना’ करार देते हुए कहा कि पीड़िता के लिए यह सीधा अपमान है।

तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से पोस्ट किया गया, “सीबीआई के जांच अधिकारी और लोक अभियोजक की सुनवाई से गैर-हाजिरी क्या पीड़िता के साथ अन्याय नहीं है? क्या भाजपा और अन्य विपक्षी दल अब इस पर खामोश रहेंगे? उनकी जवाबदेही कहां है?”

बंगाल सरकार और सीबीआई के बीच तनाव

यह विवाद तब और बढ़ा जब तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भी सीबीआई की आलोचना की। उन्होंने इस मामले में भाजपा की चुप्पी पर सवाल उठाया। भट्टाचार्य ने कहा, “सीबीआई को यह केस सौंपे हुए 24 दिन और 570 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है। अदालत भी इस देरी पर नाराज हो चुकी है। यह एक गंभीर मामला है, और हम जानना चाहते हैं कि सीबीआई अब तक क्या कर रही है?”

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सीबीआई पर उठते सवाल

जब से इस केस को सीबीआई के हवाले किया गया है, एजेंसी की जांच प्रक्रिया पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। बंगाल सरकार ने इस केस को सीबीआई को सौंपते समय भाजपा के भारी विरोध का सामना किया था, लेकिन अब तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि सीबीआई मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, “पूरे देश को इस केस के बारे में जानकारी है। सब जानना चाहते हैं कि सीबीआई अब तक क्या कर रही है, लेकिन इसका कोई उत्तर नहीं है।”

भाजपा की चुप्पी पर सवाल

इस मामले में तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि भाजपा की चुप्पी समझ से बाहर है। भट्टाचार्य ने कहा, “यह एक ऐसा मामला है जिसमें भाजपा को खुलकर बोलना चाहिए था, लेकिन अब वे खामोश हैं। ऐसा क्यों है? क्या यह मामला उनकी प्राथमिकता में नहीं है?” तृणमूल का आरोप है कि भाजपा सीबीआई का इस्तेमाल अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कर रही है और इसलिए यह केस अभी भी अधर में लटका हुआ है।

राजनीतिक माहौल में बढ़ता तनाव

यह मामला पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया विवाद लेकर आया है। सीबीआई की निष्क्रियता और अदालत की नाराजगी से तृणमूल कांग्रेस को भाजपा पर हमला करने का एक और मौका मिला है। तृणमूल ने यह सवाल उठाया है कि भाजपा और सीबीआई इस मामले को लेकर गंभीर क्यों नहीं हैं, जबकि यह एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है।

वहीं, दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि यह राज्य सरकार की विफलता को छिपाने का एक प्रयास है। भाजपा के नेताओं का दावा है कि राज्य की कानून व्यवस्था पहले से ही खराब है, और यह मामला उसी का एक उदाहरण है।

ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर का यह मामला न केवल एक जघन्य अपराध है, बल्कि इससे बंगाल की राजनीति और कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। सीबीआई की जांच में देरी और अदालत की नाराजगी ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा और सीबीआई पर सीधे हमले करके इस मुद्दे को और गरमा दिया है। अब देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या कदम उठाए जाते हैं और न्याय प्रक्रिया कब तक सही दिशा में आगे बढ़ती है।

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