Spring Influenza Virus Causes : भारत में कोरोना के बाद अब स्प्रिंग इंफ्लुएंजा के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आमतौर पर इसकी चपेट में आने के बाद व्यक्ति को हफ्ताभर खांसी की समस्या रहती है। एक सप्ताह से ज्यादा समय तक खांसी की समस्या रहने पर डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। नहीं तो स्थिति बिगड़ सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इंफ्लुएंजा इंजेक्शन के कम जागरूकता की वजह से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को हर साल इंफ्लुएंजा का इंजेक्शन जरूर लगवाना चाहिए।
स्प्रिंग इंफ्लुएंजा के लक्षण
- लम्बे समय तक खांसी रहना
- गले में खराश
- भोजन निगलने पर दर्द होना
- तेज बुखार
- टॉन्सिल में सूजन
- आवाज की कमी
- सांस फूलने की समस्या
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो महीनों में भारत में इन्फ्लुएंजा (Spring Influenza Virus Causes) के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। हर एक घर में किसी न किसी व्यक्ति को बुखार, आवाज की कमी, खांसी और सांस फूलने की समस्या है ही। इसके अलावा बिना घरघराहट के या फिर घरघराहट के साथ खांसी की शिकायत भी अधिकांश लोगों में देखी जा रही है। जो मुख्य इंफ्लुएंजा वायरस के लक्षण है।
जापान में फैला इंफ्लुएंजा का प्रकोप
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में हर साल फ्लू के मामले सितंबर और जनवरी माह के बीच चरम पर होते है। लेकिन अब हर एक माह में वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। देश में अब इन्फ्लुएंजा-A (H1N1) pdm09, A (H3N2) और इन्फ्लुएंजा-B वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। ज्यादातर देशों में इन्फ्लूएंजा-ए (Influenza-A) वायरस के मामले सबसे अधिक है। इसके बाद इन्फ्लूएंजा-बी के मामले सामने आ रहे है। बता दें कि इस वक्त जापान में इंफ्लुएंजा के मामले चरम पर हैं।
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।