Heart Broken Syndrome Symptoms : किताबे, कहानियां और फिल्म आदि में दिल टूटने पर होने वाले दर्द को लेकर खूब चर्चाएं की गई हैं। ब्रोकन हार्ट यानि दिल टूटने का जिक्र गानों में भी किया जाता है। बड़ा सवाल ये है कि क्या दिल टूटने पर सही में दिल में दर्द होता है? हाल ही में दिल पर की गई रिसर्च में पता चला है कि दिल टूटने (Heart Broken Syndrome) पर होने वाले दर्द के लिए एक हार्मोन भी जिम्मेदार होता है। इससे इतना ही भयानक दर्द होता है, जितना कि हार्ट अटैक के समय महसूस होता है।
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ये हार्मोन होता है जिम्मेदार
रिसर्च में पता चला है कि दिल टूटने (Heart Broken Syndrome) या कोई भी अन्य शॉक्ड लगने पर होने वाले हार्ट पेन के लिए केवल और केवल कोर्टिसोल हार्मोन (cortisol hormone) ही जिम्मेदार होता है। कोर्टिसोल हार्मोन को मैंसेजर हार्मोन भी कहा जाता हैं, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में मैसेज पास करता है।
आपको बता दें कि जब व्यक्ति प्यार में होता है अर्थात खुश होता है, तब मनुष्य के शरीर में कडल हार्मोन ऑक्सीटोसीन और फील गुड हार्मोन डोपामाइन का प्रवाह होता है। लेकिन जब प्यार में झटका (Heart Broken Syndrome) लगता अर्थात दर्द होता है तो ऑक्सीटोसीन और डोपामाइन का स्तर गिर जाता है। इससे मन में अशांति, दिल में बैचेनी और अन्य परेशानियां होने लगती हैं। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, वजन का बढ़ना और मुंहासे जैसी समस्याएं होने लगती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का इलाज संभव है। इसे हार्ट कैथीराइटेजेशन के जरिए किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में शरीर के अंदर कमर, दिल या फिर गर्दन के जरिए छोटा सा कैथेटर डाला जाता है।
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