Kishore Kumar- Pran: किशोर कुमार हिंदी सिनेमा के वो नाम थे, जिन्होंने अपनी पहचान के दम पर अपना नाम इतिहास के पन्नों में अमर कर लिया। फिल्में हो या गाने, किशोर कुमार की एक्टिंग हमेशा ही फैंस को हंसने पर मजबूर कर दिया करती थी। दरअसल, किशोर दा बड़े ही मजाकिया किस्म के इंसान थे। वे अपने साथियों के साथ भी खूब मजाक करते थे। गाने की शूटिंग हो या फिल्म की, किशोर दा के कारण सिंगर्स और एक्टर्स को बार-बार रिटेक लेना पड़ता था।
प्राण ने किशोर कुमार को मार दिया था असल में घूंसा
कहा तो यहा तक जाता है कि लता मंगेशकर ने उनके मजाकिया स्वभाव की वजह से गाना अकेले रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया था। ऐसे इसलिए क्योंकि उनकी मजाकिया बातें उन्हें गाने पर ध्यान लगाने नहीं देती थीं। यहां तक कि फिल्मों में सीरियस विलेन के रोल निभाने वाले प्राण भी उनकी संगत में उनकी तरह बर्ताव करने लग जाते थे। किशोर दा का स्वभाव था ही ऐसा की हर कोई उनके पास आकर हंसने पर मजबूर हो जाता था। हालांकि एक बार किशोर कुमार का मजाकिया स्वभाव उन पर ही भारी पड़ गया था। दरअसल, उनके अजीज दोस्त प्राण ने ही एक फाइट सीन के दौरान किशोर कुमार को जोरदार घूंसा मार दिया था।
सीरियस सीन की शूटिंग में भी हंस दिया करते थे किशोर दा
बता दें कि किशोर कुमार और प्राण की दोस्ती के किस्से हिंदी सिनेमा के गलियारों में काफी मशहूर थे। दोनों ने ‘साधु और शैतान’, ‘हाफ टिकट’ और ‘नया अंदाज’ जैसी कई फिल्मों में साथ काम किया था। इस दौरान निर्देशक हो या क्रू मेंबर्स सभी दोनों की हरकतों पर ठहाके मार के हंसने पर मजबूर हो जाया करते थे। हालांकि दोनों के मजाक के किस्से तो बहुत थे, लेकिन एक बार प्राण किशोर दा के मजाक से खुद भी उब गए थे। ऐसे में उन्होंने फाइट सीन के बहाने किशोर दा को सच में पेट में घूंसा मार दिया था।
प्राण ने खुद किया था इस घटना का जिक्र
आपको बता दें कि प्राण ने किसी इंटरव्यू में फिल्म ‘पहली झलक’ के शूट का जिक्र करते हुए कहा था, ‘किशोर दा के साथ काम करना बहुत मुश्किल होता था, क्योंकि वे सीरियस सीन में भी हंसा देते थे। उन्हें किशोर दा से गुजारिश करनी पड़ती थी कि भाई ये सीरियस सीन है, भगवान के लिए कुछ देर के लिए सीरियस हो जा।’
प्राण ने क्यों मारा था किशोर दा को मुक्का
बता दें कि प्राण ने उस घटना का जिक्र करते हुए आगे कहा था कि, ‘फिल्म ‘पहली झलक’ में एक सीन है, जिसमें मेरी और उनकी फाइट होती है। मैंने उनके पेट पर मुक्का मार दिया। मैं जैसे ही उनके पेट में मुक्का मारूं, तो वे उफ्फ करने की बजाय हंसने लगते। फिल्म के 12 या 14 रीटेक हो गए, पर वे नहीं माने। ऐसे में जब अगला टेक हुआ, तो मैंने नकली मुक्के के बजाय असली मुक्का तान कर पेट में दिया। वे कराह उठे- ओह, मर गया और मैंने कहा- हां यही चाहिए।’
निर्देशक ने प्राण से करवाया था ये काम
बता दें कि इस सीन के दौरान भले ही प्राण ने किशोर दा को सच में मुक्का मारा था। हालांकि इसके पीछे का मास्टरमाइंड कोई और ही था। कहते हैं कि जब प्राण और किशोर दा उस फिल्म का फाइट सीन शूट कर रहे थे, तब किशोर दा बार-बार हंस देते थे। इसकी वजह से 13-14 बार पहले ही सीन का रिटेक हो चुका था। इस समय तक सेम चीज दोहरा कर क्रू मेंबर्स के साथ डायरेक्टर भी परेशान हो गया था। ऐसे में डायरेक्टर ने ही प्राण को सच में सिंगर को घूंसा मारने का सुझाव दिया था।