एक मकान को एक घर बनाने के लिए, उसे सही प्रकार की ऊर्जा विकीर्ण करने की आवश्यकता होती है। कई पारंपरिक मान्यताओं अनुसार, प्रत्येक घर की अपनी ऊर्जा होती है। एक घर में रहने वाले लोग उस घर की विशिष्ट ऊर्जा के प्रभाव में आता है, जो बदले में उसे किसी न किसी रूप में प्रभावित करता है। इसलिए बहुत महत्वपूर्ण है कि हम वास्तु के हीलिंग इफेक्ट्स और हमारे घरों की सकारात्मकता ऊर्जा के बीच की कड़ी को समझे और उसे बदलने का प्रयास करें।
हमारे सभी सुझाव ‘रेडी-टू-मूव-इन’ घरों (जहां वास्तु परिवर्तन सभंव नहीं हैं) को ध्यान में रखते हुए हैं जिनसे आप अपने घर में सतुंलन ला सकते हैं। सहज की गयी छोटी-छोटी चीजें आपके घर की ऊर्जा बदल सकती हैं। तो क्यों न हम इस ऊर्जा को पॉजिटिव करें और जीवन को आनदंमय बनाये।
मुख्य द्वार: वास्तुशास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार सही दिशा में होने से लगभग 40-50% घर के वास्तुदोष का स्वयं ही खत्म हो जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार या प्रवेश द्वार न केवल परिवार के लिए, बल्कि ऊर्जा के लिए भी प्रवेश द्वार होता है।
प्रत्येक सपंत्ति बत्तीस प्रकार की विभिन्न ऊर्जाओं द्वारा शासित होती है जो एक इमारत के परिसर में विकसित होती हैं। हर ऊर्जा का दायरा लगभग 11.25 डिग्री होता है। इस कारण प्रवेश द्वार निश्चित जगहों पर ही अच्छा फल देने में सक्षम होता है।
1. उत्तर का प्रवेश द्वार: 337.5 डिग्री उत्तर सेंटी डिग्री उत्तर के बीच आने वाले प्रवेश द्वार बहुत ही उत्तम फल देते हैं। यह प्रवेश द्वार आपको अपार सपंत्ति धन, पुत्र एवं आय के नए स्रोत उपलब्ध करवाता है। अगर आपके घर का मुख्य द्वार 337.5 डिग्री उत्तर सेंटी डिग्री उत्तर में नहीं है तो भी आप कुछ आसान उपायों द्वारा उसके दुष्प्रभावों को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। इसके लिए आप प्रवेश द्वार पर हरे या नीले रंग की वस्तुओं के प्रयोग से कर सकते हैं।
ऐसे प्रवेश द्वार के आसपास पौधे रखना बहुत ही उत्तम फल देता है इसके अलावा आप यहां एक उरली (मिट्टी से बनी) में पानी भरकर भी रख सकते हैं। अगर हो सके तो हमें इस दिशा में कूड़ा दान नहीं रखना चाहिए। गुलाबी, लाल संतरी या पीले रंग इस दिशा में कम से कम प्रयोग में लाने चाहिए। क्योंकि इस दिशा में ये रंग ऊर्जा नष्ट कर सकते हैं।
2. पूर्व का प्रवेश द्वार: 67.5 डिग्री पूर्व से 90 डिग्री पूर्व के बीच आने वाले प्रवेश द्वार बहुत ही फलदायी होते है। यह प्रवेश द्वार न केवल आपको धन, सपंत्ति और सफलता प्रदान करते हैं बल्कि आपको सरकारी कार्यालयों या सरकार से जुड़े कामों में सफलता भी प्रदान करते हैं। यह द्वार आपको सफलता के शिखर पर ले जाने की क्षमता भी रखता है। अगर आपके घर का मुख्य द्वार 67.5 डिग्री पूर्व से 90 डिग्री पूर्व में नहीं है तो आप हरे भूरे रंग की वस्तुओं से यहां या stainless-steel की बनी हुई पत्ती से इस प्रवेश द्वार के विकारों को ठीक कर सकते हैं।
90 डिग्री पूर्व में लगाई पीतल से बने सूर्य की मूर्ति आपको बहुत उत्तम फल दे सकती है।
केवल ध्यान रखें के अग्नि कोण के पास आप ना तो अधिक हरा रंग या फिर लाल रंग का उपयोग न किया गया हो। इस दिशा में सलेटी काला सफेद पीला संतरी और लाल रंग कम से कम प्रयोग में लाएं ।